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दिल्ली: राजस्थान में RTI एक्टिविस्ट की मौत पर गुरुग्राम में प्रदर्शन, CBI जांच की मांग - ncr crime news

राजस्थान में आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. जिसको लेकर गुरुग्राम के एक्टिविस्ट सड़कों पर उतरे और उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया.

gurugram rti activists protest due to rajasthan rti activist death
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Published : Oct 8, 2019, 1:45 PM IST

नई दिल्ली/गुरुग्राम: राजस्थान में हुई आरटीआई एक्टिविस्ट की मौत के मामले में अब गुरूग्राम के एक्टिविस्ट भी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. दरअसल, हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर में पुलिस हिरासत में एक आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने 10 पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन इसके बावजूद भी आरटीआई एक्टिविस्ट इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.

आरटीआई एक्टिविस्ट की मौत पर प्रदर्शन

अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या

आरटीआई एक्टिविस्ट की मानें तो एक एक्टिविस्ट की हत्या अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या है. इनका मानना है कि ऐसे में जिस थाने में हत्या की गई है, उसी थाने के अधिकारी जांच में अड़चन पैदा कर सकते हैं. इसलिए गुरूग्राम में सभी आरटीआई एक्टिविस्ट ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है. ताकि सीबीआई जांच कर दोषियों को सजा दिलवाई जा सके.

पुलिस अधीक्षक ने की कार्रवाई

बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार की राज्य में कानून व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. रविवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा थाने में आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की संदिग्ध हालत में मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए एसएचओ को सस्पेंड कर दिया. वहीं पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया.

थाना स्टाफ लाइन हाजिर

बाड़मेर जिले के पचपदरा थाने में आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद नाहटा हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. घटना की जानकारी मिलते ही बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और तुरंत प्रभाव से पूरे थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: राजस्थान में हुई आरटीआई एक्टिविस्ट की मौत के मामले में अब गुरूग्राम के एक्टिविस्ट भी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. दरअसल, हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर में पुलिस हिरासत में एक आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने 10 पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन इसके बावजूद भी आरटीआई एक्टिविस्ट इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.

आरटीआई एक्टिविस्ट की मौत पर प्रदर्शन

अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या

आरटीआई एक्टिविस्ट की मानें तो एक एक्टिविस्ट की हत्या अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या है. इनका मानना है कि ऐसे में जिस थाने में हत्या की गई है, उसी थाने के अधिकारी जांच में अड़चन पैदा कर सकते हैं. इसलिए गुरूग्राम में सभी आरटीआई एक्टिविस्ट ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है. ताकि सीबीआई जांच कर दोषियों को सजा दिलवाई जा सके.

पुलिस अधीक्षक ने की कार्रवाई

बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार की राज्य में कानून व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. रविवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा थाने में आरटीआई एक्टिविस्ट जगदीश गोलिया की संदिग्ध हालत में मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए एसएचओ को सस्पेंड कर दिया. वहीं पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया.

थाना स्टाफ लाइन हाजिर

बाड़मेर जिले के पचपदरा थाने में आरटीआई एक्टिविस्ट की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद नाहटा हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया. घटना की जानकारी मिलते ही बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और तुरंत प्रभाव से पूरे थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया.

Intro:गुरूग्राम में आरटीआई एक्टिविस्ट का प्रर्दशन....राजस्थान के बढमेर मे आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या मामले में राजस्थान से लेकर हरियाणा में भी अब लोग सड़को पर उतर कर कर रहे हैं प्रदर्शन...

Body:राजस्थान में हुई आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या मामले में अब गुरूग्राम के एक्टिविस्ट भी सड़को पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं....दरअसल परसो राजस्थान के बढमेर में पुलिस हरिसात में एक आरटीआई एक्टिविस्त की मौत हो गई जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने 10 पुलिसकर्मीयो पर मामला दर्ज तो कर लिया गया हैं लेकिन उसको बावजूद आरटीआई एक्टिविस्ट इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं...

बाइट- रमेश यादव, आटीआई एक्टिविस्टConclusion:वही आरटीआई एक्टिविस्ट की माने तो एक एक्टिविस्ट की हत्या अभिव्यक्ति की आजादी की हत्या करना हैं... ऐसे में जिस थाने में हत्या की गई हैं.... उसी थाने के अधिकारी जांच में अढचन पैदा कर सकते हैं...इसलिए गुरूग्राम में सभी आरटीआई एक्टिविस्ट ने आज उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञयापन सौंपा हैं...ताकि सीबीआई जांच कर दोषियो को सजा दिलवाई जा सके...

बाइट-ओपी काटारीया, आटीआई एक्टिविस्ट
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