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गुरुग्राम में गंदगी के लिए इको ग्रीन कंपनी है जिम्मेदार! पार्षदों ने लगाई गुहार

गुरुग्राम में चरमराई सफाई व्यवस्था के लिए निगम के पार्षदों ने इको ग्रीन को जिम्मेदार ठहराया है. पार्षदों की मानें तो इको ग्रीन कंपनी सही तरीके से अपना काम नहीं कर रही है. अब पार्षदों को सिर्फ और सिर्फ गृह मंत्री अनिल विज से उम्मीद है कि वो नगर निगम का कायाकल्प करेंगे.

gurugram councilor allegations on eco green company over cleanliness
पार्षदों ने लगाई अनिल विज से गुहार
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Published : Feb 8, 2020, 10:23 PM IST

नई दिल्ली/गुरुग्राम: गब्बर के नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज से आम नागरिक तो आस लगाए बैठे है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा, लेकिन अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद भी विज से आस लगाकर बैठे हैं कि अब गुरुग्राम नगर निगम का जल्द सुधार होगा. दरसअल, गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद कई महीनों से इको ग्रीन कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, लेकिन इको ग्रीन कंपनी के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है.

गुरुग्राम में गंदगी के लिए इको ग्रीन कंपनी है जिम्मेदार!

इको ग्रीन कंपनी के खिलाफ गुरुग्राम के 35 पार्षद
नगर निगम ने गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक इको ग्रीन नामक कंपनी को ठेका दिया हुआ है जो कि शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान देती है, लेकिन गुरुग्राम का आम नागरिक सफाई व्यवस्था से खासा परेशान है. अब पार्षद भी इस इको ग्रीन कंपनी से परेशान हैं, लेकिन गुरुग्राम नगर निगम के 35 पार्षद इको ग्रीन को हटाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.

इको ग्रीन कंपनी पर सीएम ने लगाया था 25 लाख का जुर्माना
बता दें कि गुरुग्राम नगर निगम सदन की बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से इको ग्रीन कंपनी का ठेका रद्द करने की मांग उठाई थी. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने भी खुद इस कंपनी द्वारा शहर में हो रही गंदगी की लापरवाही को देखते हुए 25 लाख का जुर्माना भी लगाया था, लेकिन उसके बाबजूद भी इको ग्रीन कंपनी ने शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.

'इको ग्रीन कंपनी की है अधिकारियों से मिलीभगत'
वार्ड नंबर-23 के पार्षद अश्वनी शर्मा का कहना है कि शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है और इको ग्रीन कंपनी को पार्षद कंट्रोल ही नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते घरों से भी कूड़ा करकट कलेक्ट नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि इस कंपनी से अधिकारियों ने मिलिभगत कर एग्रीमेंट में ऐसा कोई क्लोज डाल दिया है जिससे कि अब वो इस कंपनी को हटा नहीं सकते हैं.

'गब्बर' अनिल विज से है पार्षदों को उम्मीद
दरअसल, हरियाणा में जब से शहरी निकाय मंत्री अनिल विज बने हैं तभी से गुरुग्राम नगर निगम में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षदों को भी अनिल विज से आस है कि वो गुरुग्राम नगर निगम का जल्द कायाकल्प करेंगे और गुरुग्राम नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाएंगे.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: गब्बर के नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज से आम नागरिक तो आस लगाए बैठे है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा, लेकिन अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद भी विज से आस लगाकर बैठे हैं कि अब गुरुग्राम नगर निगम का जल्द सुधार होगा. दरसअल, गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद कई महीनों से इको ग्रीन कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, लेकिन इको ग्रीन कंपनी के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है.

गुरुग्राम में गंदगी के लिए इको ग्रीन कंपनी है जिम्मेदार!

इको ग्रीन कंपनी के खिलाफ गुरुग्राम के 35 पार्षद
नगर निगम ने गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक इको ग्रीन नामक कंपनी को ठेका दिया हुआ है जो कि शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान देती है, लेकिन गुरुग्राम का आम नागरिक सफाई व्यवस्था से खासा परेशान है. अब पार्षद भी इस इको ग्रीन कंपनी से परेशान हैं, लेकिन गुरुग्राम नगर निगम के 35 पार्षद इको ग्रीन को हटाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.

इको ग्रीन कंपनी पर सीएम ने लगाया था 25 लाख का जुर्माना
बता दें कि गुरुग्राम नगर निगम सदन की बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से इको ग्रीन कंपनी का ठेका रद्द करने की मांग उठाई थी. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने भी खुद इस कंपनी द्वारा शहर में हो रही गंदगी की लापरवाही को देखते हुए 25 लाख का जुर्माना भी लगाया था, लेकिन उसके बाबजूद भी इको ग्रीन कंपनी ने शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया.

'इको ग्रीन कंपनी की है अधिकारियों से मिलीभगत'
वार्ड नंबर-23 के पार्षद अश्वनी शर्मा का कहना है कि शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है और इको ग्रीन कंपनी को पार्षद कंट्रोल ही नहीं कर पा रहे हैं. जिसके चलते घरों से भी कूड़ा करकट कलेक्ट नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि इस कंपनी से अधिकारियों ने मिलिभगत कर एग्रीमेंट में ऐसा कोई क्लोज डाल दिया है जिससे कि अब वो इस कंपनी को हटा नहीं सकते हैं.

'गब्बर' अनिल विज से है पार्षदों को उम्मीद
दरअसल, हरियाणा में जब से शहरी निकाय मंत्री अनिल विज बने हैं तभी से गुरुग्राम नगर निगम में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षदों को भी अनिल विज से आस है कि वो गुरुग्राम नगर निगम का जल्द कायाकल्प करेंगे और गुरुग्राम नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाएंगे.

Intro:गब्बर सिंह यानी अनिल विज से आम नागरिक तो आस लगाए बैठे है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा लेकिन अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद भी गब्बर से आस लगाकर बैठे है कि अब गुरुग्राम नगर निगम का जल्द सुधार होगा ।जी हां गुरुग्राम नगर निगम के पार्षद कई महीनों से इको ग्रीन कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है लेकिन इको ग्रीन कंपनी के कान में जु तक नही रेंग रही ।वह इसलिए क्योंकि पार्षदों का आरोप है कि इसमें कई बड़े अधिकारियों का हाथ है ।
Body:दरअसल गुरुग्राम नगर निगम ने साइबर सिटी गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक इकोग्रीन नामक कंपनी को ठेका दिया हुआ है जो कि शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान देती है और घरों से कूड़ा कलेक्ट करती है ।जिससे आम नागरिक तो सफाई व्यवस्था से परेशान है ही । अब पार्षद भी इस इको ग्रीन कंपनी से परेशान हैं लेकिन गुरुग्राम नगर निगम के 35 पार्षद इकोग्रीन को हटाने में नाकाम साबित हो रहे हैं जबकि गुरूग्राम नगर निगम सदन की बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से इको ग्रीन कंपनी का ठेका रद्द करने की मांग उठाई थी ।इतना ही नही मुख्यमंत्री ने भी स्वंय इस कंपनी द्वारा शहर में हो रही गंदगी की लापरवाही को देखते हुए पच्चीस लाख का जुर्माना भी लगाया था लेकिन उसके बाबजूद भी इको ग्रीन कंपनी ने शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान नही दिया अब पार्षद भी इसके खिलाफ लामबंद हो गए....

बाईट-ब्रहम यादव ( पार्षद ,वार्ड नम्बर 13 )(फस्ट वीओ पर इनकी बाइट है)

वही वार्ड नम्बर 23 के पार्षद अश्वनी शर्मा का कहना है कि शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है और इको ग्रीन कंपनी को पार्षद कंट्रोल ही नही कर पा रहे है जिसके चलते घरो से भी कूड़ा करकट कलेक्ट नही हो रहा है इतना ही नही उन्होंने यह भी कहा कि इस कंपनी से अधिकारियों ने मिलिभगत कर एग्रीमेंट में ऐसा कोई क्लोज डाल दिया है जिससे कि अब वह इस कंपनी को हटा नही सकते है और गुरुग्राम और फरीदाबाद इस कपंनी के कब्जे में है ऐसे में अब अनिल विज से आस है कि वह इसका जल्द समाधान करेंगे।ताकि शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो सके...

बाईट-अश्वनी शर्मा ( पार्षद ,वार्ड नम्बर 23 )(जिन्होंने चश्मा पहन रखा है)

वही शहर की महिला पार्षद सीमा पाहुजा ने भी कहा कि इको ग्रीन कंपनी ने शहर का सत्यानाश किया हुआ है डोर टू डोर कलेक्ट करने वाली गाड़िया केवल सायरन बजाती है और चली जाती है ऐसे में लोगो के घरों का कूड़ा उनके घर मे ही जमा रहता है जिससे शहर के लोग काफी परेशान है इतना ही नही पार्षद ने यह भी कहा कि अनिल विज के आने से हमे विश्वास है कि इस कंपनी के खिलाफ कार्यवाही होगी और साथ ही जो अधिकारी इसमे शामिल है उनका भी खुलासा होगा ...

बाईट -सीमा पाहुजा ( पार्षद , वार्ड नम्बर 15 )

वही शहर के नागरिक राजीव आर्या ने कहा कि इको ग्रीन कपंनी की गाड़ियां ना ही समय पर कूड़ा उठाने आती है और आती है तो महिलाओ को गाड़ियों के पीछे भागना पड़ता है जब इसके बारे में उनसे कुछ कहा जाता है तो उसके बदले हमे धमकाया भी जाता है....

बाईट -राजीव आर्या ( निवासी ,गुरुग्राम )Conclusion:दरअसल हरियाणा में जब से शहरी निकाय मंत्री अनिल विज बने हैं तब से गुरुग्राम नगर निगम में हड़कंप मचा हुआ है ऐसे में अब गुरुग्राम नगर निगम के पार्षदों को भी अनिल विज से आस है कि वह गुरुग्राम नगर निगम का जल्द कायाकल्प करेंगे और गुरुग्राम नगर निगम में हो रहे भ्र्ष्टाचार पर भी लगाम लगाएंगे ।ऐसे में पार्षदों द्वारा उठाई गई मांग पर अनिल विज क्या कार्यवाही करते हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन गुरुग्राम के पार्षद मंत्री जी पर भरोसा जमाए बैठे है ।
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