नई दिल्ली/सोनीपत. जिले के गांव सलीम सर माजा के रहने वाले एक व्यक्ति ने पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी की वजह से अपने ही तीन बच्चों को नहर में धक्का देकर मौत घाट उतार दिया. बच्चों को नहर में डुबाने के बाद खुद मुश्ताक भी नहर में कूद गया. हालांकि बाद में बाहर निकल आया और जहर खाकर आत्महत्या का नाटक किया.
अपने ही बच्चों की ली जान
इस पूरे मामले में पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी पिता को गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ में पता चला कि उसने अपने 3 बच्चों को नहर में फेंक कर मौत के घाट उतार दिया था. जिसमें एक लड़का सोहेल, 13 साल, दो लड़कियां सायना 11 साल और सुहानी 3 साल की थी. मुश्ताक ने ये भी बताया कि उसने बच्चों को पानीपत के गांव ढोढ़पुर के पास ले जाकर नहर में फेंक दिया था. बता दें कि मुश्ताक की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उसका पति उसके तीन बच्चों के साथ गायब है. जिसके बाद पुलिस ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया.
पूछताछ में आरोपी ने इन बातों का किया खुलासा
पूछताछ में मुश्ताक ने बताया कि वह मामा के यहां गांव नांगल ठाकरान दिल्ली में रहता था. यहीं पर उसकी बर्तनों की दुकान थी. जिसमें चोरी हो गई थी. इसके बाद आर्थिक रूप से कमजोर हो गया. इसके साथ ही उसका प्रॉपर्टी को लेकर भी परिचितों से विवाद चल रहा था. इन सब परिस्थितियों की वजह से वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा. जिससे उसकी पत्नी से भी अनबन रहने लगी और वो गुस्सा कर मायके चली गई.
मुश्ताक बताया कि उसके बाद उसने तीनों बच्चों को 23 नवंबर की शाम को धोड़पुर समालखा के पास पश्चिमी यमुना नहर में धक्का दे दिया. बच्चे खूब रोए, पर वह गुस्से पर कंट्रोल नहीं कर सका. फिर खुद भी आत्महत्या करने के लिए नहर में कूद गया. पानी में उसकी सांसें उखड़ने लगी तो तैरकर बाहर आ गया.