नई दिल्ली/नूंह: कृषि अध्यादेशों के खिलाफ पूरे देश के किसान सड़कों पर हैं. वहीं कांग्रेस भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इन कृषि अध्यादेशों का विरोध कर रही है. सोमवार को नूंह में कांग्रेस ने कृषि अध्यादेशों के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस विधायक आफताब अहमद और विधायक मामन खान के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने करीब एक किलोमीटर पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय में तहसीलदार के मार्फद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान आफताब अहमद ने कहा कि मोदी सरकार के कृषि अध्यादेश किसान मजदूर एवं आढ़तियों को खत्म करने का षड्यंत्र है. जब ये अध्यादेश कानून का रूप धारण कर लेंगे. तो किसान अपनी ही जमीन पर मजदूरी करने को विवश हो जाएगा. कांग्रेस इस किसान विरोधी अध्यादेशों को कानून नहीं बनने देगी.
वहीं विधायक मामन खान इंजीनियर ने कहा कि कांग्रेस डरकर इन बिलों की मुखालफत नहीं करेगी. इस लड़ाई को आपसी पार्टीबाजी से ऊपर उठकर सभी दलों को एक साथ मिलकर संघर्ष करना होगा. तभी हम इस किसान विरोधी अध्यादेश को रोकने में सफल हो पाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, जनविरोधी नीतियों एवं सरकार का बिना तैयारी के लॉकडाउन से जिस बदतर स्थिति में भारत पहुंच चुका है. अगर ये अध्यादेश कानून बन गए. तो फिर भारत की बर्बादी की बीजेपी और आरएसएस की योजन सफल हो जाएगी. इसलिए सभी लोगों से उनकी अपील है कि वो एक साथ होकर इस किसान विरोधी बिल का विरोध करें. ताकि सरकार बैकफुट पर आए और इस बिल को निरस्त करे.