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नूंह में लक्ष्य के करीब पहुंची गेहूं की बिजाई, ठंड ने बढ़ाई बंपर पैदावार की उम्मीद

नूंह में इस बार 79 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य मिला था. 74 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई हो चुकी है.

74 thousand hectare wheat sowing of land of nuh
नूंह में लक्ष्य के करीब पहुंची गेहूं की बिजाई
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Published : Dec 18, 2020, 6:42 PM IST

नई दिल्ली/नूंह: कड़ाके की ठंड में गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है. जिले की तकरीबन 74 हजार हेक्टेयर भूमि में इस समय गेहूं के फसल लहलहा रही है. इस बार गेहूं की बंपर फसल पैदा होने की उम्मीद है. ठंड से गेहूं की फसल को नुकसान कम बल्कि फायदा ज्यादा होने के आसार है.

नूंह में लक्ष्य के करीब पहुंची गेहूं की बिजाई

इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई तो क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर ने बताया कि इस बार 79 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य मिला था. 74 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई हो चुकी है. अभी भी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तकरीबन पांच हजार हेक्टेयर भूमि में बिजाई होनी बाकी है.

ये भी पढ़ें- अच्छी खबर: नूंह के 170 किसानों को सब्सिडी पर मिलेंगे सोलर पंप

गुरुग्राम कैनाल में पानी देर से आने के अलावा तीन-चार हजार हेक्टेयर भूमि में सब्जी फसलें जिनमें मुख्य गाजर, प्याज की फसल शामिल है. इसलिए अभी तक लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा . कड़ाके की ठंड के बारे में क्वॉलिटी कंट्रोलर ने कहा कि गेहूं की फसल के लिए अच्छी है. पाला तो गेहूं की फसल में खाद के बराबर हैं, ठंडी रात और दिन में धूप गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा सूट करती.

नई दिल्ली/नूंह: कड़ाके की ठंड में गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी है. जिले की तकरीबन 74 हजार हेक्टेयर भूमि में इस समय गेहूं के फसल लहलहा रही है. इस बार गेहूं की बंपर फसल पैदा होने की उम्मीद है. ठंड से गेहूं की फसल को नुकसान कम बल्कि फायदा ज्यादा होने के आसार है.

नूंह में लक्ष्य के करीब पहुंची गेहूं की बिजाई

इस बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई तो क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर ने बताया कि इस बार 79 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य मिला था. 74 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई हो चुकी है. अभी भी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तकरीबन पांच हजार हेक्टेयर भूमि में बिजाई होनी बाकी है.

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गुरुग्राम कैनाल में पानी देर से आने के अलावा तीन-चार हजार हेक्टेयर भूमि में सब्जी फसलें जिनमें मुख्य गाजर, प्याज की फसल शामिल है. इसलिए अभी तक लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा . कड़ाके की ठंड के बारे में क्वॉलिटी कंट्रोलर ने कहा कि गेहूं की फसल के लिए अच्छी है. पाला तो गेहूं की फसल में खाद के बराबर हैं, ठंडी रात और दिन में धूप गेहूं की फसल के लिए सबसे ज्यादा सूट करती.

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