नई दिल्ली/गाजियाबाद: सुरेश रैना जिन्होंने गाजियाबाद के छोटे से कस्बे मुरादनगर से इंटरनेशनल क्रिकेट के आसमान तक की ऊंचाइयों का सफर किया है और अब भले ही उन्होंने संन्यास ले लिया है लेकिन लोगों के दिल में उनकी वो जगह आज भी बनी है.
वहीं अभी कई और सुरेश रैना हैं, जो क्रिकेट के आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए मैदान पर पसीना बहा रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने गाजियाबाद जिले के युवा क्रिकेटर्स से बात की. ये सभी वो क्रिकेटर हैं, जो सुरेश रैना से काफी प्रेरित हैं और उन्हीं की तरह इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना चाहते हैं.
नेशनल खेल चुके पुष्कर बनना चाहते रैना
पुष्कर सहगल गाजियाबाद के ही रहने वाले हैं. जो नेशनल लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं. पुष्कर का कहना है कि वो सुरेश रैना की तरह ही इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना चाहते हैं और सुरेश रैना उनके आदर्श हैं. सुरेश द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद से पुष्कर काफी निराश हैं. वह इंतजार कर रहे हैं कि सुरेश वापस गाजियाबाद आएं ताकि उनसे मुलाकात की जाए.
पार्थ ने खेला है स्टेट लेवल क्रिकेट
पुष्कर की तरह ही पार्थ त्यागी भी स्टेट लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं. पुष्कर के साथ-साथ पार्थ भी उसी ग्राउंड पर क्रिकेट की कोचिंग ले रहे हैं, जहां पर हाल ही में सुरेश रैना ने प्रैक्टिस की थी. पार्थ भी सुरेश रैना के संन्यास लेने से काफी दुखी हैं. उनका कहना है कि सुरेश रैना को अभी संन्यास नहीं लेना चाहिए था. पार्थ के लिए भी सुरेश रैना एक बड़े आदर्श हैं.
फीमेल क्रिकेटर्स के लिए भी आदर्श बने रैना
सुरेश रैना सिर्फ मेल युवा क्रिकेटर्स के ही आदर्श नहीं हैं, बल्कि क्रिकेट में करियर बनाने की चाहत रखने वाली फीमेल प्लेयर भी सुरेश से प्रेरित हैं. उन्हीं में से एक इतिका हैं. गाजियाबाद की रहने वाली इतिका अरुणाचल प्रदेश में स्टेट चैंपियनशिप खेल चुकी हैं. इतिका काफी कॉन्फिडेंस के साथ कहती हैं कि आगे इंडिया के लिए खेलना है.
सुरेश ने किया नामुमकिन को मुमकिन
गाजियाबाद में क्रिकेट की कोचिंग देने वाले सुरेश रैना के पड़ोसी, गोल्डी सहगल का कहना है कि सुरेश ने मुरादनगर के छोटे से कस्बे से निकलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में जो कर दिखाया, वो वाकई नामुमकिन को मुमकिन कर देने जैसा है. उनका अचानक संन्यास लेना, क्रिकेट प्रेमियों और गाजियाबाद के लोगों के लिए एक बड़ा झटका है.