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लड़की बनकर करता था दोस्ती और फिर वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल

क्राइम ब्रांच ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसका नाम जासिम है और यह एक पढ़ा-लिखा युवक है. कंप्यूटर की भी अच्छी खासी शिक्षा आरोपी ने हासिल की हुई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और लोगों से दोस्ती करके चैट के माध्यम से उनसे शुरुआती बातचीत शुरू करता है.

क्राइम ब्रांच ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसका नाम जासिम है और यह एक पढ़ा-लिखा युवक है. कंप्यूटर की भी अच्छी खासी शिक्षा आरोपी ने हासिल की हुई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और लोगों से दोस्ती करके चैट के माध्यम से उनसे शुरुआती बातचीत शुरू करता है.
क्राइम ब्रांच ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसका नाम जासिम है और यह एक पढ़ा-लिखा युवक है. कंप्यूटर की भी अच्छी खासी शिक्षा आरोपी ने हासिल की हुई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और लोगों से दोस्ती करके चैट के माध्यम से उनसे शुरुआती बातचीत शुरू करता है.
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Published : Mar 21, 2022, 5:29 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : क्राइम ब्रांच ने सोशल मीडिया पर वीडियो कॉलिंग करके ब्लैकमेल करने वाले साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. इसका नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है. आरोपी खुद को क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताकर उन लोगों को ब्लैकमेल करता था जो इसके वीडियो कॉलिंग वाले झांसे में फंस जाते थे. अगर आप भी फेसबुक या दूसरे किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजनबी युवतियों से बातचीत को आगे बढ़ाते हैं, तो आप भी इस ब्लैक मेलिंग का शिकार हो सकते हैं.

क्राइम ब्रांच ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसका नाम जासिम है और यह एक पढ़ा-लिखा युवक है. कंप्यूटर की भी अच्छी खासी शिक्षा आरोपी ने हासिल की हुई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और लोगों से दोस्ती करके चैट के माध्यम से उनसे शुरुआती बातचीत शुरू करता है. धीरे-धीरे के नाटक प्यार में तब्दील किया जाता है. बातचीत लड़की की आवाज में होती है. धीरे-धीरे यह खेल व्हाट्सएप पर आ जाता है और व्हाट्सएप पर वीडियो कॉलिंग भी शुरू हो जाती है. मगर आरोपी अपना चेहरा वीडियो कॉलिंग पर नहीं दिखाता है और लगातार युवती बनकर बातचीत करता रहता है.

इस बीच जब शिकार के साथ नजदीकियां काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं तो उसे वीडियो कॉलिंग के जरिए अश्लील वीडियो दिखाया जाता है. इस तरह धीरे-धीरे शिकार को भी अश्लील होने के लिए उकसाया जाता है. बस जैसे ही शिकार झांसे में आ जाता है, उसके द्वारा की गई अश्लील बातों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता है. इसके बाद आगे का खेल शुरू होता है.

शिकार का वीडियो रिकॉर्ड होने के बाद उसे आरोपी जासिम अपने साथी के साथ मिलकर शिकार को फोन करता है, जिसमें वह खुद को क्राइम ब्रांच के डीसीपी या एसपी बताता है और कहता है कि तुमने एक लड़की के साथ वीडियो कॉलिंग पर अश्लील बातें की है. जिसकी शिकायत पर तुम्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इसके अलावा वीडियो के बारे में भी शिकार को जानकारी दी जाती है. जिससे वह काफी डर जाता है. बाद में शिकार से कहा जाता है कि तुम्हें अगर इस पचड़े से बचना है तो तुम्हें यूट्यूब के मैनेजर का नंबर दिया जा रहा है.

शिकार को एक नंबर दिया जाता है, जिस पर वह फोन करके वीडियो वायरल नहीं करने के लिए विनती करता है. जिस व्यक्ति को फोन किया जाता है वह खुद को यूट्यूब का मैनेजर बताता है और वीडियो वायरल नहीं करने के एवज में रुपए की मांग करता है. इस तरह से यह पूरा गैंग काम करता है और मोटी रकम ऐंठ ली जाती हैं. पुलिस को पता चला है कि अब तक आरोपी जासिम और उसके साथियों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. आरोपी के दूसरे साथी की भी पुलिस तलाश कर रही है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : क्राइम ब्रांच ने सोशल मीडिया पर वीडियो कॉलिंग करके ब्लैकमेल करने वाले साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. इसका नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है. आरोपी खुद को क्राइम ब्रांच का डीसीपी बताकर उन लोगों को ब्लैकमेल करता था जो इसके वीडियो कॉलिंग वाले झांसे में फंस जाते थे. अगर आप भी फेसबुक या दूसरे किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजनबी युवतियों से बातचीत को आगे बढ़ाते हैं, तो आप भी इस ब्लैक मेलिंग का शिकार हो सकते हैं.

क्राइम ब्रांच ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसका नाम जासिम है और यह एक पढ़ा-लिखा युवक है. कंप्यूटर की भी अच्छी खासी शिक्षा आरोपी ने हासिल की हुई है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी आईडी बनाता है और लोगों से दोस्ती करके चैट के माध्यम से उनसे शुरुआती बातचीत शुरू करता है. धीरे-धीरे के नाटक प्यार में तब्दील किया जाता है. बातचीत लड़की की आवाज में होती है. धीरे-धीरे यह खेल व्हाट्सएप पर आ जाता है और व्हाट्सएप पर वीडियो कॉलिंग भी शुरू हो जाती है. मगर आरोपी अपना चेहरा वीडियो कॉलिंग पर नहीं दिखाता है और लगातार युवती बनकर बातचीत करता रहता है.

इस बीच जब शिकार के साथ नजदीकियां काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं तो उसे वीडियो कॉलिंग के जरिए अश्लील वीडियो दिखाया जाता है. इस तरह धीरे-धीरे शिकार को भी अश्लील होने के लिए उकसाया जाता है. बस जैसे ही शिकार झांसे में आ जाता है, उसके द्वारा की गई अश्लील बातों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता है. इसके बाद आगे का खेल शुरू होता है.

शिकार का वीडियो रिकॉर्ड होने के बाद उसे आरोपी जासिम अपने साथी के साथ मिलकर शिकार को फोन करता है, जिसमें वह खुद को क्राइम ब्रांच के डीसीपी या एसपी बताता है और कहता है कि तुमने एक लड़की के साथ वीडियो कॉलिंग पर अश्लील बातें की है. जिसकी शिकायत पर तुम्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इसके अलावा वीडियो के बारे में भी शिकार को जानकारी दी जाती है. जिससे वह काफी डर जाता है. बाद में शिकार से कहा जाता है कि तुम्हें अगर इस पचड़े से बचना है तो तुम्हें यूट्यूब के मैनेजर का नंबर दिया जा रहा है.

शिकार को एक नंबर दिया जाता है, जिस पर वह फोन करके वीडियो वायरल नहीं करने के लिए विनती करता है. जिस व्यक्ति को फोन किया जाता है वह खुद को यूट्यूब का मैनेजर बताता है और वीडियो वायरल नहीं करने के एवज में रुपए की मांग करता है. इस तरह से यह पूरा गैंग काम करता है और मोटी रकम ऐंठ ली जाती हैं. पुलिस को पता चला है कि अब तक आरोपी जासिम और उसके साथियों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. आरोपी के दूसरे साथी की भी पुलिस तलाश कर रही है.

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