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गाजियाबाद जल्द बनेगा स्मार्ट सिटी, 250 करोड़ रुपये स्वीकृत - गाजियाबाद नगर आयुक्त

250 करोड़ रुपये की लागत से गाजियाबाद शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में किया विकसित जाएगा. शासन की ओर से शहर गाजियाबाद को अगले 5 सालों तक हर साल ₹50 करोड़ रुपये शासन की ओर से दिए जाएंगे.

Ghaziabad smart city project
गाजियाबाद डीएम
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Published : Jan 23, 2020, 10:14 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लंबे समय से कवायद कर रहा है. शासन की ओर से शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करीब 250 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं.

हर साल दिए जाएंगे 50 करोड़
शहर गाजियाबाद को अगले 5 सालों तक हर साल ₹50 करोड़ रुपये शासन की ओर से दिए जाएंगे. धनराशि जिले को विकसित कराए जाने के उद्देश्य से किए जाने वाले निर्माण कार्यों में खर्च की जाएगी. जिलाधिकारी की ओर से स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक की गई.

बता दें कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी अध्यक्ष, गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त और उपाध्यक्ष गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सदस्य के रूप में शासन की ओर से नामित किए गए हैं.

गाजियाबाद जल्द बनेगा स्मार्ट सिटी

इन परियोजनाओं पर सहमति हुई-

  • कंपनी बाग स्थित लाइब्रेरी को डिजिटल लाइब्रेरी बनाया जाएगा. अभी तक इस लाइब्रेरी में मात्र 10,000 किताबें ही उपलब्ध थी. डिजिटल लाइब्रेरी विकसित होने के बाद लाइब्रेरी में किताबों की संख्या तकरीबन 50,000 होगी.
  • नगरीय क्षेत्र में नगर निगम की ओर से संचालित 6 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, प्लेग्राउंड, सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था कराई जाएगी.
  • नगर निगम के पांचों जोनों के अंतर्गत 25 पार्कों में ओपन जिम और योग के लिए सुविधाएं सीसीटीवी कैमरे और खेलने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
  • प्रदूषण नियंत्रण को देखते हुए ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग प्लांट को स्थापित कराया जाएगा.
  • नगरीय क्षेत्र के सभी 95 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कराई जाएगी.
  • जिला अस्पताल को स्मार्ट अस्पताल बनाया जाएगा. जिसके अंतर्गत अस्पताल में MRI मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीजों की प्रोफाइल बनाई जाएगी. जिसमें मरीजो का पूर्ण विवरण अंकित कर रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाएगा.
  • नंदराम स्थित जीआईसी स्कूल को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा. जो आधुनिक सुविधाओं से संरक्षित रहेगा. जिसके अंतर्गत स्कूल में लाइब्रेरी प्रयोगशाला आदि सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.

प्रस्ताव मंडल आयुक्त को भेजा जाएगा
स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक में इन तमाम प्रस्तावों पर सहमति सभी अधिकारियों की ओर से दी गई. अब इन तमाम प्रस्तावों को अनुमोदन हेतु मेरठ मंडल आयुक्त को भेजा जाएगा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लंबे समय से कवायद कर रहा है. शासन की ओर से शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करीब 250 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं.

हर साल दिए जाएंगे 50 करोड़
शहर गाजियाबाद को अगले 5 सालों तक हर साल ₹50 करोड़ रुपये शासन की ओर से दिए जाएंगे. धनराशि जिले को विकसित कराए जाने के उद्देश्य से किए जाने वाले निर्माण कार्यों में खर्च की जाएगी. जिलाधिकारी की ओर से स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक की गई.

बता दें कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी अध्यक्ष, गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त और उपाध्यक्ष गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सदस्य के रूप में शासन की ओर से नामित किए गए हैं.

गाजियाबाद जल्द बनेगा स्मार्ट सिटी

इन परियोजनाओं पर सहमति हुई-

  • कंपनी बाग स्थित लाइब्रेरी को डिजिटल लाइब्रेरी बनाया जाएगा. अभी तक इस लाइब्रेरी में मात्र 10,000 किताबें ही उपलब्ध थी. डिजिटल लाइब्रेरी विकसित होने के बाद लाइब्रेरी में किताबों की संख्या तकरीबन 50,000 होगी.
  • नगरीय क्षेत्र में नगर निगम की ओर से संचालित 6 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, प्लेग्राउंड, सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था कराई जाएगी.
  • नगर निगम के पांचों जोनों के अंतर्गत 25 पार्कों में ओपन जिम और योग के लिए सुविधाएं सीसीटीवी कैमरे और खेलने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
  • प्रदूषण नियंत्रण को देखते हुए ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग प्लांट को स्थापित कराया जाएगा.
  • नगरीय क्षेत्र के सभी 95 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कराई जाएगी.
  • जिला अस्पताल को स्मार्ट अस्पताल बनाया जाएगा. जिसके अंतर्गत अस्पताल में MRI मशीन उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीजों की प्रोफाइल बनाई जाएगी. जिसमें मरीजो का पूर्ण विवरण अंकित कर रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाएगा.
  • नंदराम स्थित जीआईसी स्कूल को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा. जो आधुनिक सुविधाओं से संरक्षित रहेगा. जिसके अंतर्गत स्कूल में लाइब्रेरी प्रयोगशाला आदि सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.

प्रस्ताव मंडल आयुक्त को भेजा जाएगा
स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक में इन तमाम प्रस्तावों पर सहमति सभी अधिकारियों की ओर से दी गई. अब इन तमाम प्रस्तावों को अनुमोदन हेतु मेरठ मंडल आयुक्त को भेजा जाएगा.

Intro:गाजियाबाद जल्द जल्द बनेगा स्मार्ट सिटी. 250 करोड़ रुपये की लागत से गाजियाबाद शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में किया जाएगा विकसित. शासन द्वारा गाजियाबाद को 5 वर्षों तक प्रतिवर्ष मिलेंगे 50 करोड़ रुपये.


Body:गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन लंबे समय से कवायद कर रहा है. शासन द्वारा शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करीब 250 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, जिसके अंतर्गत शहर गाजियाबाद को अगले 5 वर्षों तक प्रीति वर्ष ₹50 शासन द्वारा दिए जाएंगे, धनराशि से जनपद को विकसित कराए जाने के उद्देश्य से कराने जाने वाले निर्माण कार्यों में खर्च की जाएगी.

जिलाधिकारी द्वारा स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक की गई. बता दें कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी अध्यक्ष तथा नगर आयुक्त नगर निगम गाजियाबाद एवं उपाध्यक्ष गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सदस्य के रूप में शासन द्वारा नामित किए गए हैं.

बैठक में सर्वसम्मति से जनपद को स्मार्ट सिटी बनाए जाने के उद्देश्य से इन परियोजनाओं पर सहमति हुई:

--कंपनी बाग स्थित लाइब्रेरी को डिजिटल लाइब्रेरी बनाया जाएगा अभी तक इस लाइब्रेरी में मात्र 10000 किताबें ही उपलब्ध थी डिजिटल लाइब्रेरी विकसित होने के बाद लाइब्रेरी में किताबों की संख्या तकरीबन 50000 होगी.

--नगरीय क्षेत्र में नगर निगम द्वारा संचालित 6 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, प्लेग्राउंड, सीसीटीवी कैमरे तैयारी भी व्यवस्था कराई जाएगी.

--नगर निगम के पांचों जोनों के अंतर्गत 25 पार्कों में ओपन जिम एवं योग के लिए सुविधाएं सीसीटीवी कैमरे व खेलने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

--प्रदूषण नियंत्रण को देखते हुए ई-वेस्ट रीसाइकलिंग प्लांट को स्थापित कराया जाएगा.

--नगरीय क्षेत्र के सभी 95 प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कराई जाएगी.

--जिला अस्पताल को स्मार्ट अस्पताल बनाया जाएगा, जिसके अंतर्गत अस्पताल में एम आर आई मशीन उपलब्ध कराई जाएगी तथा अस्पताल में आने वाले मरीजों की प्रोफाइल बनाई जाएगी जिसमें मरीजो का पूर्ण विवरण अंकित कर रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाएगा.

--नंदराम स्थित जीआईसी स्कूल को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा जो आधुनिक सुविधाओं से संरक्षित रहेगा जिसके अंतर्गत स्कूल में लाइब्रेरी प्रयोगशाला आदि सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.




Conclusion:स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा बैठक में इन तमाम प्रस्तावों पर सहमति सभी अधिकारियों द्वारा दी गई अब इन तमाम प्रस्तावों को अनुमोदन हेतु मेरठ मंडल आयुक्त को भेजा जाएगा.
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