नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद के नेकपुर गांव में ज्यादातर किसान सब्जी की खेती करते हैं, और वहीं उनकी आमदनी का मुख्य स्त्रोत हैं. लॉकडाउन की वजह से सब्जियों के भाव गिरने लगे जिसकी वजह से किसान को नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि टमाटर के दाम इतने कम हो गए हैं कि उन्हें तोड़कर मंडी तक ले जाने की लागत इतनी ज्यादा आ रही है कि उल्टा किसानों को नुकसान हो रहा है. इसको लेकर टमाटर की फसल की बुवाई करने वाले किसान से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत
खेत में टमाटर की फसल हो रही है बर्बाद
ईटीवी भारत को टमाटर की खेती करने वाले किसान अली हसन ने बताया की वह लाॅकडाउन में सब्जी के मंदी होने की वजह से और बड़े व्यापारियों के न खरीदने की वजह से वह टमाटर मंडी नहीं पहुंचा रहे हैं. क्योंकि वह अगर टमाटर मंडी पहुंचाते हैं तो उनको इसकी पूरी लागत तक नहीं मिलती है. उल्टा लागत से अधिक ट्रांसपोर्ट का खर्चा आ जाता है. जिसकी वजह से उनको इस बार टमाटर की फसल में नुकसान उठाना पड़ रहा है.
नुकसान की वजह से घर बिकने की आई नौबत
इसके साथ ही किसान ने बताया कि इस बार उनको टमाटर की पांच से 6 बीघा फसल में 4 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. फसलों में आवारा घूमने वाले पशुओं की वजह से भी उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इतने बड़े नुकसान के बाद उनके घर बिकने की नौबत आ गई है. किसान का यह भी कहना है कि अगर वह अपने सब्जियों को मंडी ले जाने की कोशिश भी करते हैं तो रास्ते में उनको पुलिस की ओर से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.