नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा का असर अब एनसीआर पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. गाजियाबाद के मुरादनगर गंग नहर में अचानक से पानी का स्तर बढ़ गया है. यहीं नहीं पानी में रेत यानी सिल्ट की मात्रा बढ़ गई है. माना जा रहा है कि इस वजह से उत्तराखंड से एनसीआर आने वाली गंगाजल की सप्लाई पर भी असर पड़ सकता है.
गंग नहर का पानी हो गया काफी रेतीला
प्रताप विहार गंगा जल परियोजना के अधिकारी का कहना है कि स्थिति अभी क्लियर नहीं है, लेकिन किसी भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. वहीं इस बारे में मुरादनगर गंग नहर के आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों में गंग नहर का पानी काफी रेतीला हो गया है. पानी का स्तर भी करीब 4 फीट तक बढ़ गया है.
गंगाजल की सप्लाई पर पड़ सकता है असर
गाजियाबाद की बात करें तो वैशाली, वसुंधरा, कौशांबी जैसे पॉश इलाकों में गंगाजल की सप्लाई होती है. दिवाली के आसपास उत्तराखंड में गंग नहर की सफाई के दौरान सप्लाई बंद हो जाती है. लेकिन ऐसा लग रहा है कि अगर पानी में सिल्ट की मात्रा बढ़ती है, तो दो से तीन दिनों के लिए गंगाजल की सप्लाई बंद हो सकती है. हालांकि अधिकारी इस बारे में अभी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कह रहे हैं.
जिला प्रशासन भी अलर्ट पर
नदियों के बढ़ते हुए स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट पर हो गया है. गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने आदेश दिया है, कि सभी अधिकारी तहसील स्तर पर अलर्ट रहें और बिना उनकी अनुमति के कोई भी अधिकारी अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले. गाजियाबाद जिले के जिन हिस्सों में नहर के पानी बढ़ने से खतरा पैदा हो सकता है, उन गांवों के प्रधानों से भी संपर्क करके उन्हें अलर्ट किया जा रहा है. कई जगह पर मुनादी भी करवाई गई है.