नई दिल्ली/गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधानों के कार्यकाल का 5 साल का समय लगभग पूरा हो चुका है. हालांकि अभी सरकार ने चुनावों को लेकर किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की है. इसके बावजूद राजनीतिक दल अभी से ही अपनी सियासी जमीन तैयार करने में जुट गए हैं. ऐसे में आजाद समाज पार्टी (असपा) ने पूरे उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत चुनाव और ग्राम पंचायत चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आजाद समाज पार्टी राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य निजाम चौधरी से की खास बातचीत.
ईटीवी भारत को असपा के राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य निजाम चौधरी ने बताया कि उनकी पार्टी 8 महीने पुरानी है. उनकी पार्टी ने पहली बार बिहार और उत्तर प्रदेश विधानसभा का उप चुनाव लड़ा. जिसमें बुलंदशहर सीट पर परिणाम अच्छा आया है. लेकिन हम उससे भी बेहतर कर सकते थे. जिसकी समीक्षा की जाएगी. बिहार और यूपी उपचुनावों को मद्देनजर रखते हुए असपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद का आदेश है कि अब आगामी जिला पंचायत चुनाव और ग्राम पंचायत चुनाव में पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी.
उम्मीदवारों के आवेदन आने हुए शुरू
निजाम चौधरी ने बताया कि ग्राम पंचायत और जिला पंचायत चुनाव के लिए प्रत्याशियों की खोज की जा रही है. वह अन्य पार्टियों की तरह पैसे लेकर या दागदार प्रत्याशी को नहीं चुनेंगे. असपा ऐसे प्रत्याशी को चुनेगी जो जमीनी स्तर से जुड़े होने के साथ ही बलात्कारी, अपराधी या दागदार छवि का ना हो.
धन बल पर राजनीति करने वाले लोगों को हटाएंगे
निजाम चौधरी ने बताया कि जिला पंचायत और ग्राम पंचायत प्रत्याशी के पदों लिए उन्होंने आवेदन के लेने शुरू कर दिए हैं. गाजियाबाद से उनके पास इच्छुक उम्मीदवारों के आवेदन आ रहे हैं. जिसमें जनप्रिय और साफ छवि वाले उम्मीदवार को चुनकर धन और बल पर राजनीति करने वाले लोगों को हराया जाएगा.