गाजियाबाद/नई दिल्लीः गाजियाबाद में 40 प्रतिशत स्कूल बसें बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रही है. फिटनेस की अवधि समाप्त होने के बाद भी संचालक इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. जबकि समय-समय पर परिवहन विभाग द्वारा नोटिस जारी किया जा रहा है. जिले में तकरीबन 1800 स्कूल बसें चल रही है. जिसमें से करीब 700 बसों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है.
कुछ दिन पहले मोदीनगर बस हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई थी. जिस बस में घटना हुई उस बस की फिटनेस एक साल पहले समाप्त हो गई थी. सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया प्रवर्तन अधिकारी और टेक्निकल आर आई द्वारा घटना की संयुक्त जांच की जा रही है. दुर्घटनाग्रस्त बस को अक्टूबर 2021 में ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था. मार्च 2021 में बस की फिटनेस समाप्त हो गई थी. बस का फिटनेस कराने के लिए संचालक को नोटिस जारी किया गया था.
इसे भी पढ़ेंः स्कूल बस में लगी चोट, अस्पताल में मासूम की मौत
स्कूल बसों के लिए परिवहन विभाग द्वारा तय मानक |
|
इसे भी पढ़ेंः स्कूल बस हादसे में स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल पर मुकदमा दर्ज, सीएम योगी ने मांगी रिपोर्ट
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने बताया स्कूल आवागमन के बच्चे बसों में यात्रा यात्रा करते हैं. स्कूल बसों के लिए परिवहन विभाग द्वारा मानक तय किए गए हैं. गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी विवेक त्यागी ने बताया स्कूल बसों की सभी जानकारियां परिवहन विभाग के पास मौजूद हैं लेकिन फिर भी जांच पड़ताल में लापरवाही बरती जाती है. जब इस तरह की कोई घटना सामने आती हो तो विभाग द्वारा लीपा पोती की जाती है.