नई दिल्ली/गाजियाबाद: कुत्तों का आतंक जनपद में इतना बढ़ गया है कि आए दिन कोई न कोई इनका शिकार बन जाता है. इसी बीच नगर निगम के अधिकारी से इस मामले पर बात की गई. वो खुद इस बात को मानते हैं कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए उनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. नगर आयुक्त का कहना है कि आने वाली 17 फरवरी को सदन की बैठक है, जिसमें आवारा कुत्तों को पकड़ने के मसले पर प्रस्ताव रखा जाएगा.
'आवारा कुत्तों के लिए एक ही संस्था'
उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए फिलहाल एक ही अधिकृत संस्था काम कर रही है. इस काम के लिए अन्य संस्थाओं को भी अधिकृत करवाया जाएगा. जिससे शहर में आवारा कुत्तों का आतंक कम हो सके. एक हफ्ते के अंदर ही आवारा कुत्तों का शिकार इंदिरापुरम के कई लोग बन गए हैं.
आए दिन बढ़ रहा है कुत्तों का आतंक
इलाके के लोगों पर आए दिन ये आवारा कुत्ते हमला कर देते है. कभी बंथला इलाके में महिला को कुत्तों ने घायल किया तो कभी इंदिरापुरम इलाके की एक महिला कुत्ते के काटने के बाद सदमे में चली गई. इतना ही नहीं कई बच्चे घायल हो चुके हैं लेकिन आवारा कुत्तों का कहर नहीं थम रहा है.
यहा तक की 2 दिन तक लगातार थाने और इलाके में पुलिस का घेराव तक हुआ. ऐसे में नगर निगम की नींद अब जाकर टूटी है. देखना ये होगा कि कब तक आवारा कुत्तों का आतंक रोड से कम होता है.