नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम को लेकर गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तमाम दावे तो करता है लेकिन जिला मुख्यालय परिसर में ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावे फेल होते नजर आते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक बड़ी लापरवाही जिला मुख्यालय परिसर में देखने को मिली है.
कोविड-19 की रोकथाम को लेकर जिला मुख्यालय में कोविड-19 कंट्रोल रूम बनाया गया है. कोविड-19 कंट्रोल रूम से चंद कदमों की दूरी पर ही खुले में रैपिड एंटीजन टेस्ट किट पड़े दिखाई दिए. ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं जिसमें स्वास्थ्य विभाग की बड़े स्तर पर लापरवाही देखने को मिली है. जिले के मसूरी इलाके और जिला एमएमजी अस्पताल में इससे पहले खुले में पीपीई किट देखने को मिली थी जिसके बाद सीएमओ ने जांच की बात कही थी.
मुख्यालय में खुले में पड़ी मिली रैपिड टेस्ट किट
रैपिड एंटीजन टेस्ट किट का इस्तेमाल कोरोना कि जांच के लिए किया जाता है. आमतौर पर स्वास्थ्य विभाग इन टेस्ट किट का इस्तेमाल करता है. इनका निस्तारण बायो-मेडिकल वेस्ट की तरह किया जाता है. लेकिन गाजियाबाद के जिला मुख्यालय में खुले में रैपिड टेस्ट किट पड़ी मिली है, जबकि खुले में मिली इन किट का निस्तारण मेडिकल वेस्ट की तरह किया जाता है.