नई दिल्ली/गाजियाबाद: फर्जी एनकाउंटर, फर्जी गिरफ्तारी और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी गाजियाबाद पुलिस एक बार फिर असहज हो गयी. दरअसल एसएसपी के पीआरओ के जिले में ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर गंभीर सवाल उठाने वाले मैसेज व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा हुए.
पोस्ट में अधिकारियों पर जनपद में थाना प्रभारियों के तबादले और पोस्टिंग पर सीधे सवाल खड़े करने की बात लिखी गयी थी. जिसमें कहा गया कि ईमानदार अधिकारी साइड पोस्टिंग पर हैं. वहीं भ्रष्टाचारियों को लगातार पोस्टिंग दी जा रही है.
![PRO clarification on message of PRO of SSP regarding transfer and posting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5044332_716_5044332_1573575320337.png)
मामला बढ़ते देख पीआरओ ने दिया स्पष्टीकरण
व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किये गए मैसेज कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. यह देख पहले तो अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से बचते रहे, लेकिन बात बढ़ती देख एसएसपी कार्यालय स्पष्टीकरण के साथ ही संबंधित पीआरओ का बयान भी आ गया. एसएसपी के बयान में कहा गया कि पीआरओ ने यह मैसेज नहीं किये. जिसने किये उसके खिलाफ कार्यवाई की बात कही गयी. वहीं पीआरओ के जारी बयान में कहा गया कि उक्त मैसेज वह डिलीट करना चाहते थे, लेकिन गलती से अन्य व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा हो गए. अब गाजियाबाद पुलिस भले ही कितनी भी सफाई दे, लेकिन इन दिनों महकमे में चल रही सरगर्मी तमाम तरह के सवाल खड़े कर रही है.
![PRO clarification on message of PRO of SSP regarding transfer and posting](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5044332_543_5044332_1573575383843.png)