नई दिल्ली/गाजियाबाद: एनसीआर पर महंगाई का बम गिरा है. सब्जियों के दाम अचानक से आसमान छूने लगे हैं. जिससे लोगों का बजट बिगड़ गया है. गाजियाबाद में ईटीवी भारत की टीम सब्जी मंडी पहुंची, जहां सब्जियों के बढ़े हुए दामों को लेकर आम लोगों से बातचीत की गई.
गाजियाबाद में शिमला का टमाटर लोगों को रुला रहा है. सब्जी विक्रेताओं से हमने बात की तो उनका कहना था कि बारिश की वजह से सप्लाई कम हो गई है, हालांकि फिलहाल जो टमाटर की सप्लाई आ रही है, वो शिमला से आ रही है.
'महंगा है शिमला का टमाटर'
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि शिमला से आने वाले टमाटर महंगे हैं. इसी वजह से टमाटर के दाम 40 से 50 रुपये किलो तक मंडी में हो गए हैं. रिटेल में टमाटर 60 रुपये किलो या उससे ज्यादा का बिक रहा है. वहीं धनिया के दाम भी आसमान छू रहे हैं.
महंगाई से लोग परेशान
धनिया 100 रुपये से ज्यादा प्रति किलो मंडी में बिक रहा है. रिटेल में इसके दाम और भी ज्यादा हैं. लोगों का ये कहना है कि इस समय बजट गड़बड़ा गया है. एक तरफ जहां पहले से ही पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर परेशानी है तो वही सब्जियों के दाम आसमान छूने से काफी दिक्कत आ रही है.
कुछ दिन और हो सकती है परेशानी
कई लोगों का तो यहां तक कहना है कि सब्जी खरीदने में अब कंप्रोमाइज कर रहे हैं. पहले जो टमाटर 2 किलो तक ले जाया करते थे, फिलहाल आधा किलो टमाटर लेकर ही काम चला रहे हैं. वहीं अन्य सब्जियों के दामों को जानने के बाद यह पता चला कि करीब 2 हफ्ते के मुकाबले सब्जियों के दाम 40 फ़ीसदी तक बढ़ गए हैं.
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि अभी महंगाई की मार थोड़े दिन और जारी रह सकती है. आने वाले दिनों में कांवड़िए मार्ग पर भी ट्रांसपोर्ट प्रभावित रह सकता है जिससे सप्लाई और कम होगी.
हालांकि ये कहा यह जा रहा है कि सरकार सस्ते टमाटर बेचने का प्लान कर रही है, लेकिन ऐसा दिल्ली में पता चला है. एनसीआर में भी इस तरह का कोई समाधान सरकार लाएगी या नहीं ये अभी देखना होगा.