नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित डासना इलाके में कूड़े के ढेर में पीपीई किट फेंक दी गई थी. बता दें कि आमतौर पर स्वास्थ्य विभाग इन पीपीई किट का इस्तेमाल करता है. किट का निस्तारण मेडिकल वेस्ट की तरह किया जाता है. लेकिन कूड़े के ढेर में ये पीपीई किट किसने फेंकी, ये सवाल काफी बड़ा है. अगर कोई कूड़े बीनने वाला इन किट की वजह से संक्रमित हो गया, तो उसका जिम्मेदार कौन होता?
ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद मामला स्वास्थ विभाग के संज्ञान में आया और गाज़ियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं.
ईटीवी भारत ने दिखाई थी खबर
गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि मामला संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारी से इसकी पूरी जांच कराई जाएगी और इस मामले को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संज्ञान में भी लाया जाएगा. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.
मेडिकल सेक्टर समेत कई सेक्टर करते हैं इस्तेमाल
बता दें कि पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट सरकारी अस्पताल समेत निजी अस्पतालों द्वारा भी प्रयोग में लाया जाता है. साथ ही मेडिकल सेक्टर के अतिरिक्त भी कई सेक्टरों में कर्मचारी पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट का प्रयोग करते हैं. डासना के डंपिंग ग्राउंड में आखिर इस्तेमाल की हुई पीपीई किट कहां से आई. यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.