नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद पर भी प्रदूषण का साया मंडरा रहा है, यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में पहुंच गया है.
रेड जोन में लोनी
बीते दो हफ्तों से गाज़ियाबाद में प्रदूषण ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. गाज़ियाबाद की वायु गुणवत्ता आज खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की माने तो गाज़ियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एकयूआई) 269 रहा, जो 'ख़राब श्रेणी' में आता है. वहीं गाजियाबाद के लोनी इलाके में प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 319 एकयूआई दर्ज किया गया है. जो कि रेड जोन माना जाता है.
बिगड़ सकते हैं हालात
विशेषज्ञों की माने तो दिल्ली एनसीआर में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है. बीते कई सालों से देखने को मिला है कि अक्टूबर का महीना शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण पहला जमाना शुरू कर देता है. एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 40-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 303
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 232
- संजय नगर, गाजियाबाद: 221
- लोनी, गाजियाबाद: 319