नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में पुलिस ने आज फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी रोडवेज बस मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि कल गाजियाबाद एसएसपी के "ऑपरेशन नकेल" के तहत यूपी रोडवेज की दो फर्जी बसों को पकड़ा गया था. उसी मामले में आगे की जानकारी जुटाते हुए पुलिस ने कई अन्य बसों को भी आज पकड़ा है. बसों पर फर्जी रूप से उत्तर प्रदेश परिवहन लिख कर चलाया जा रहा था.
प्राइवेट बसों पर सरकारी स्लोगन एवं मोनोग्राम
पुलिस कि जांच में सामने आया है कि आरोपियों द्वारा उत्तर प्रदेश परिवहन रोडवेज बसों की तरह ही प्राइवेट बसों पर भी स्लोगन एवं मोनोग्राम लगाये गए थे. कौशांबी रोडवेज बस डिपो के पास से ये सवारियों को भ्रमित करते हुए आवाज लगाकर बिठा लेते थे. जिसे रोडवेज की बस समझ लोग बैठ जाते थे.
बाद में किराए की जानकारी करने पर उन्हें पता चलता था कि यह रोडवेज बस नहीं है. बसों के मालिकों, चालकों व परिचालकों द्वारा रोडवेज के रंग रूप से संचालित करके यात्रियों को धोखा दिया जा रहा था. इनके द्वारा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के राजस्व का नुकसान पहुंच रहा था.
पढ़ें: गाजियाबाद: रोड पर दौड़ रही थीं फर्जी रोडवेज बसें, पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
रोडवेज को लगाया लाखों का चूना
पुलिस द्वारा इस रैकेट के पूरे उत्तर प्रदेश में फैले होने की आशंका जताई जा रही है. इस रैकेट में फर्जी रोडवेज बसें चलाकर अब तक रोडवेज डिपार्टमेंट को लाखों का चूना लगाया है. उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में इस बात की जानकारी पहुंचाई जा रही है कि कहीं दूसरे जिलों में भी इस तरह से फर्जी रोडवेज बसें तो नहीं चलाई जा रही. क्योंकि यह बसे ना सिर्फ रोडवेज के लिए राजस्व का नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि लोगों की सुरक्षा से एक भयंकर खिलवाड़ कर रही हैं.