नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में जैसे ही आसमान में बादल गरजते हैं, 74 साल के बुजुर्ग राकेश बंसल और उनकी पत्नी दहशत में आ जाते हैं. सिर्फ बुजुर्ग दंपति ही नहीं बल्कि उनका पूरा इलाका भी उमड़ते-घुमड़ते बादलों से परेशान रहता है. इसलिए इस इलाके के लोग दुआ कर रहे हैं कि बारिश ना हो. आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है. जानने के लिए ये रिपोर्ट देखिए.
घरों से लेकर मंदिर तक सीवर का पानी
मामला गाजियाबाद के तुलसी निकेतन इलाके का है. एक दिन की बारिश के बाद कई दिनों तक इलाके के घरों के अंदर पानी भरा रहता है. यही नहीं, इलाके के धार्मिक स्थलों के बाहर भी सीवर का ये गंदा पानी जमा है.
हाल यह है कि लोग मंदिर तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं. सरकारी अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा जनता को सीवर में रहकर चुकाना पड़ रहा है. लोगों का आरोप है कि पिछले 10 सालों से यहां ऐसा ही हाल है. दिखावे के लिए एक बार सड़क बनाने का काम हुआ, लेकिन सीवर और नालों की सफाई नहीं होने से पूरा इलाका सीवर और नाले के पानी में डूबा हुआ है.
मर गए तो नहीं पहुंच पाएंगे बच्चे
बुजुर्ग राकेश बंसल का कहना है कि उनके बच्चे वैशाली में रहते हैं. बुजुर्ग ने तो यहां तक कह दिया कि अगर किसी दिन घर में पानी भरने के कारण मौत हो गई, तो बच्चे भी यहां नहीं पहुंच पाएंगे. यही गंदगी बुजुर्ग दंपति को घर से बाहर नहीं निकलने देती.
हाल ही में आई बारिश ने बुजुर्ग दंपति के पूरे सामान को भी खराब कर दिया. हर कोई इस इलाके में बारिश के खौफ में जी रहा है, लेकिन सरकारी महकमे हैं कि उनके कानों पर जू तक नहीं रेंग रही. ऐसे में इलाके के कई परिवार यहां से घर छोड़कर जाना चाहते हैं.