नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुखार, उल्टी, दस्त के कारण सरकारी अस्पतालों में भर्ती होने वाले छोटे बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में रोजाना पांच से दस बच्चे यहां भर्ती हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने भी माना है कि बारिश के बाद डेंगू समेत अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. बच्चों के लिए विशेष एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
गाजियाबाद के जिला अस्पताल ने डेंगू और अन्य बीमारियों से निपटने के लिए पहले ही व्यापक काम किया है. बता दें कि गाजियाबाद में दो सरकारी अस्पताल हैं, जिनमें एमएमजी जिला अस्पताल और संजय नगर सरकारी अस्पताल शामिल है. नौनिहालों की बढ़ी संख्या को लेकर सीएमओ भवतोष कुमार का कहना है कि बारिश के बाद मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन उसके हिसाब से बेड की व्यवस्था पूरी है. बच्चों के लिए अलग से सरकारी अस्पतालों में वार्ड बनाए गए हैं, जहां स्पेशल स्टाफ बच्चों की देखभाल के लिए लगा हुआ है. सभी बच्चों और व्यस्कों का उचित तरीके से इलाज किया जा रहा है. अधिकांश को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है.
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चीफ मेडिकल ऑफिसर बताते हैं कि शहर और गांव में कुल मिलाकर 20-20 टीमें डेंगू से निपटने के लिए काम कर रही हैं. इस चुनौती से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही व्यवस्था कर ली थी. वहीं कोरोना से भी निपटने के लिए वैक्सीनेशन का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है. इस दोहरी चुनौती से मिलकर सब सामना कर रहे हैं. वहीं हमने कुछ मरीज बच्चों के परिजनों से बात की. उनका कहना है कि बच्चों में अचानक बुखार और दस्त की शिकायत आई. जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया.