नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर कस्बे की नूरगंज बस्ती मुरादनगर की मलिन बस्तियों में से एक है, जहां पर अधिकतर मजदूर वर्ग का तबका रहता है, ऐसे में स्थानीय लोग सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं पर निर्भर रहते हैं. इसीलिए इनकी बस्ती में पिछले डेढ़ साल से मुरादनगर नगर पालिका परिषद द्वारा लगवाई गई सरकारी नल खराब पड़ा है. पीने के पानी की समस्या को लेकर स्थानीय लोग वार्ड सभासद और मुरादनगर नगर पालिका परिषद से इस नल को ठीक करने की गुहार लगा रहे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने स्थानीय निवासियों से खास बातचीत की.
'आस-पड़ोस से मांग कर लाते हैं पानी'
इसके साथ ही स्थानीय निवासी शाहिद ने बताया कि उनके पास इतने भी पैसे नहीं हैं कि वह अपने घर में समरसेबल या नल लगवा सकें, इसीलिए उनको मजबूरी में आस-पड़ोस से पानी भरकर लाना पड़ता है, लेकिन अब आस-पड़ोस के लोग भी उनको पानी भरने से मना करने लगे हैं.
डेढ़ साल से खराब है सरकारी नल
स्थानीय सलीम खान ने बताया कि उनके यहां सरकारी न लगे हुए को तकरीबन डेढ़ साल हो चुका है जोकिंग काफी लंबे समय से खराब पड़ा हुआ है इसको ठीक करने को लेकर वह काफी बार अपने वार्ड सभासद से गुहार लगा चुके हैं लेकिन नल ठीक नहीं हो रहा है.
पीने के पानी को हुए मजबूर
इसके साथ ही सलीम खान ने बताया कि उनके घरों में पानी की व्यवस्था नहीं है क्योंकि उनके घरों के नल गंदा पानी दे रहे हैं जिसकी वजह से बच्चे बीमार हो रहे हैं. इन सब के बावजूद इस नल को ठीक नहीं किया जा रहा है इसीलिए वह इस नल को ठीक करने की गुहार लगा रहे हैं.