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गाजियाबाद में मिली मुगल काल की इमारत, पुरातत्व विभाग को दी गई जानकारी - एमएम कॉलेज

राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मुगल काल की इमारत मिली है. बताया जा रहा है कि ये इमारत 400 साल पुरानी है, जो 16वीं शताब्दी की है. एमएम कॉलेज मोदीनगर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. केके शर्मा ने इसे ऐतिहासिक धरोहर घोषित करने की मांग की है.

Mughal period building found in Ghaziabad
मुगल काल की इमारत
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Published : Jan 10, 2020, 12:50 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के श्याम पार्क मेट्रो स्टेशन के पास मुगल काल की इमारत मिली है. एमएम कॉलेज मोदीनगर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. केके शर्मा का दावा है कि ये इमारत 400 साल पुरानी है. इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को दे दी गई है.

गाजियाबाद में मिली मुगल काल की इमारत


'लाखोरी ईंटों से बनी है इमारत'
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. केके शर्मा का दावा है कि ये इमारत मध्यकाल की है. जिसके निर्माण में लाखोरी ईंटों का इस्तेमाल किया गया है. इसका पुर्ननिर्माण शेरशाह सुरी के वक्त हुआ था. प्रोफेसर का कहना है कि इस इमारत को ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए. हालांकि अभी पुरातत्व विभाग की तरफ से इस बारे में कोई जवाब नहीं आया है.


इमारत के पास है कुआं
इमारत के पास एक कुआं भी है जो काफी रहस्यमयी है. हालांकि फिलहाल कुएं के पास गंदगी का अंबार लगा है. अब तक वहां कबाड़ का काम होता था लेकिन फिलहाल यहां से कब्जा हटा लिया गया है. जीटी रोड के किनारे बनी ये रहस्यमयी इमारत लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के श्याम पार्क मेट्रो स्टेशन के पास मुगल काल की इमारत मिली है. एमएम कॉलेज मोदीनगर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. केके शर्मा का दावा है कि ये इमारत 400 साल पुरानी है. इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को दे दी गई है.

गाजियाबाद में मिली मुगल काल की इमारत


'लाखोरी ईंटों से बनी है इमारत'
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. केके शर्मा का दावा है कि ये इमारत मध्यकाल की है. जिसके निर्माण में लाखोरी ईंटों का इस्तेमाल किया गया है. इसका पुर्ननिर्माण शेरशाह सुरी के वक्त हुआ था. प्रोफेसर का कहना है कि इस इमारत को ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए. हालांकि अभी पुरातत्व विभाग की तरफ से इस बारे में कोई जवाब नहीं आया है.


इमारत के पास है कुआं
इमारत के पास एक कुआं भी है जो काफी रहस्यमयी है. हालांकि फिलहाल कुएं के पास गंदगी का अंबार लगा है. अब तक वहां कबाड़ का काम होता था लेकिन फिलहाल यहां से कब्जा हटा लिया गया है. जीटी रोड के किनारे बनी ये रहस्यमयी इमारत लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है.

Intro:गाजियाबाद में मेट्रो स्टेशन के पास मुगल काल की इमारत मिली है यह इमारत 400 साल पुरानी बताई जा रही है और सोलवीं शताब्दी की है इस इमारत का एक प्रोफेसर ने सर्वे किया जिसके बाद मामले की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी गई है और इस इमारत को ऐतिहासिक घोषित करने की बात कही जा रही है इस इमारत का जायजा ईटीवी भारत ने लिया

Body:श्याम पार्क मेट्रो स्टेशन के पास है इमारत

श्याम पार्क स्थित जीटी रोड किनारे बनी इस इमारत की हालत खस्ता है। एमएम कॉलेज मोदीनगर के एसोसिएट प्रो. डॉ. केके शर्मा के मुताबिक यह इमारत मध्यकाल की है और इसके निर्माण में लाखोरी ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने पुरातत्व विभाग को जानकारी दी है कि इस इमारत का पुनर्निर्माण शेरशाह सूरी के वक्त में हुआ था।और यह एक सराय हुआ करती थी।

इमारत को घोषित किया जाए ऐतिहासिक धरोहर

प्रोफेसर चाहते हैं कि इस इमारत को ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया जाए। हालांकि अभी पुरातत्व विभाग की तरफ से इस बारे में कोई जवाब नहीं आया है।


इमारत के पास है कुआं

इमारत के पास एक कुआं भी है जो काफी रहस्यमई है।हालांकि कुएं के ऊपर अभी कूड़ा जमा हुआ है। क्योंकि लंबे समय से यहां सफाई नहीं हुई है। कुए से यह पता चलता है कि मुगल काल में जो लोग यहां आते होंगे वह इस कुएं से पानी पीते होंगे।


लाखोरी ईंटों से बनाई गई इमारत

मुगल काल की लाखोरी ईंटों से यह इमारत बनाई गई है। अब तक इसमें कबाड़ का काम हुआ करता था। लेकिन यहां से फिलहाल कब्जा हटा दिया गया है। और लोग इसे देखने के लिए आ रहे हैं लोगों से ईटीवी भारत ने बात की।


Conclusion:ईटीवी भारत ने लिया इमारत का जाएगा

ईटीवी भारत संवाददाता इस इमारत में पहुंची। और यहां पर जायजा लिया। जीटी रोड के किनारे यह इमारत काफी रहस्यमई नजर आती है। इमारत को देखकर ऐसा लगता है कि यहां पर पहले सराय हुआ करती होगी। जिसमें लोग ठहरा करते थे।

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