नई दिल्ली/गाजियाबादः जनपद गाजियाबाद की मोदीनगर तहसील में तहसील दिवस पर पहुंचे गाजियाबाद जिलाधिकारी ने जन समस्याएं सुनी. इस दौरान मोदीनगर तहसील के अधिवक्ताओं ने अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है. अधिवक्ताओं का आरोप है कि मोदीनगर तहसील में भ्रष्टाचार पनप रहा है. लेखपालों द्वारा फाइलों की रिपोर्ट नहीं लगाई जाती है. जिसकी वजह से अधिवक्ताओं को परेशान किया जाता है.
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मोदीनगर बार एसोसिएशन के सचिव संजय मुद्गल ने बताया कि तहसील में पनप रहे भ्रष्टाचार को लेकर वह पहले भी मोदीनगर उप जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दे चुके हैं. लेकिन आज तक उस पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. उनका आरोप है कि लेखपालों के पास प्राइवेट लड़के रहते हैं, जोकि मनमाना सुविधा शुल्क लेते हैं.
'मोदीनगर तहसील में पनप रहा है भ्रष्टाचार'
संजय मुद्गल का आरोप है कि लेखपालों द्वारा जितनी भी फाइलें हैं, उनकी रिपोर्ट नहीं लगाई जाती है. अधिवक्ता को परेशान किया जाता है. इसके साथ ही एसडीएम कार्यालय के अंदर 107/16, 151 और जितनी भी धारा में मुजरिम आते हैं, उनको कोर्ट मोहर्रर द्वारा धमकाया जाता है.
'अधिवक्ताओं को किया जाता है परेशान'
एडवोकेट ताराचंद ने बताया कि तहसील दिवस में मौजूद गाजियाबाद जिलाधिकारी के समयानुसार चलें जाने के बाद उन्होंने अपर जिलाधिकारी को तहसील परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने और बेहतर तरीके से जनसुनवाई को करने के लिए ज्ञापन दिया है. जिस पर उनको अपर जिलाधिकारी ने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है.