नई दिल्ली/गाजियाबादः महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने किसान चौपाल का आयोजन किया है. विधायक ने महमूदपुर, सीती, निस्तौली समेत आधा दर्जन गांव में कृषि सुधार कानून पर किसानों की दुविधा को दूर किया और उनकी समस्याओं का भी निस्तारण किया. इस दौरान पवन मावी भी मौजूद रहे.
'आजादी के बाद पहली बार आजाद हुआ किसान'
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कृषि सुधार संबंधी कानून पर चर्चा करते हुए किसानों के सभी सवाल और जिज्ञासा को सुना और क्रमवार उसका जवाब दिया. विधायक ने कहा कि हम स्वंय एक किसान घर से आते हैं. यह कानून अच्छा है या बुरा इसे हमने अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव से जोड़कर देखा तो पाया कि इस कानून से किसानी क्षेत्र में आमूूलचूूल और क्रांतिकारी बदलाव आएंगे.
विधायक ने कहा कि इस कानून से खेती-किसानी में निजी निवेश होने से तेज विकास होगा. किसानों के पास मंडी के समानांतर भी एक व्यवस्था होगी और कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. कृषि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होने से देश की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ होगी.
एमएसपी पर सफेद झूठ बोल रहा है विपक्ष
विधायक नंदकिशोर गुर्जर के सामने किसानों ने एमएसपी व्यवस्था पर सवाल किए, तो विधायक ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विपक्ष सफेद झूठ बोल रहा है. मंडियों के समाप्ति की भी बातें हवा-हवाई है, क्योंकि इनका नए कृषि सुधार कानून में कहीं जिक्र ही नहीं है. यह पहली की तरह बनी रहेगी.
विधायक ने कांग्रेस पर साधा निशाना
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस बिचौलियों की पार्टी है, जो अपने घोषणा पत्र में इसी कानून की बात तो करती है लेकिन बिचौलियों के दबाव में जब यह कानून सरकार लाती है तो मुकर जाती है, इसका विरोध करती है. सौभाग्यवश पिछले 6 वर्षों के दौरान किसानों की स्थिति और आय में सुधार करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं.
इस दौरान बिट्टू प्रधान, महेश प्रधान, शील भाटी, प्रधान शिवानंद कसाना, चौधरी शरदा राम, मनीष डागर, दिनेश चौधरी, मनोज कुमार, शिवम डागर, वीरेंद्र सिंह, मास्टर राजेंद्र वीर सिंह, सुशील, लोकेंद्र कुमार राज प्रधान, वरुण डागर, अरुण डागर समेत सैकड़ों की संख्या में किसान चौपाल में मौजूद रहे.