नई दिल्ली/गाजियाबाद: संपूर्ण भारत देश में 31 मई तक लाॅकडाउन का चौथा चरण जारी है. वहीं दूसरी ओर अब मई के महीने में गर्मी की वजह से तापमान बढ़ता जा रहा है. इन दिनों में शिकंजी, गन्ने का रस और शादी समारोह में बर्फ की काफी मांग होती है. लेकिन लाॅकडाउन के कारण बर्फ कारखाने बंद होने से बर्फ कारोबारियों के साथ-साथ बर्फ से जुड़े छोटे कामगारों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. मई के महीने में बढ़ती गर्मी के साथ बर्फ के कारखाने बंद होने से बर्फ कारोबारियों के हालात कैसे हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने बर्फ कारोबारी से बातचीत की.
नहीं शुरू हो पाया कारोबार
ईटीवी भारत को बर्फ कारखाने के मालिक राधे मोहन ने बताया कि लाॅकडाउन के पहले चरण से लेकर और अब लाॅकडाउन के चौथे चरण में भी उनका बर्फ का कारोबार शुरू नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से गर्मी के महीने में जबरदस्त तरीके से चलने वाला बर्फ का कारोबार ठप हो गया है.
छोटे कामगारों को नुकसान
इसके साथ ही बर्फ कारोबारी राधे मोहन ने बताया कि उनका बर्फ का कारोबार बंद हो जाने की वजह से सड़कों पर शिकंजी, गन्ने का रस और छोटी दुकानों पर बर्फ बेचने वाले छोटे दुकानदारों का भी काम बंद हो गया है.
इस बार बर्बाद हुआ सीजन
बर्फ कारोबारी का कहना है कि अगर लाॅकडाउन नहीं होता तो अप्रैल-मई के महीनों में उनका कारोबार बहुत ही बेहतर तरीके से चलता हैं. लेकिन इस बार लाॅकडाउन की वजह से उनका कारोबार बंद हो गया है और अगले महीने मॉनसून आ जाएगा. जिसकी वजह से उनका बर्फ बिकने का सीजन इस बार बेकार निकल जायेगा, जिसकी वजह से उनको नुकसान उठाना पड़ेगा.