नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना महामारी की इस संकट की घड़ी में जाने-माने कवि कुमार विश्वास लोगों की लगातार मदद कर रहे हैं. इसी कड़ी में कुमार विश्वास ने गांव में कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए वहां के प्रधानों को प्रेरित किया है. इसके अलावा कुमार विश्वास की टीम गांव-गांव में कोविड केयर किट पहुंचा रही है.
कुमार विश्वास ने खुद वीडियो जारी करके इस बात को समझाने की कोशिश की है कि कैसे गांव के प्रधान पुराने जमाने के बारात घर की तरह कोविड केयर सेंटर बनाकर लोगों की मदद कर सकते हैं. उस सेंटर में दवाई और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अलावा ऑक्सीमीटर और सैनिटाइजर की व्यवस्था कुमार विश्वास करवा रहे हैं.
गांव के बाहर की चिन्हित करें जगह
कुमार विश्वास ने अपील की थी कि सभी गांवों के प्रधान अपने गांव में कोविड केयर सेंटर बना सकते हैं. जहां पर कोरोना लक्षण होने वाले मरीजों को आइसोलेट किया जा सकता है. इसके लिए उन्होंने उदाहरण दिया था.
उन्होंने बताया था कि पुराने जमाने में गांव के प्रधान और कुछ संभ्रांत नागरिक मिलकर गांव के बाहरी हिस्से में बारात घर बनाया करते थे. उसी तरह से अब महामारी के इस काल में कोविड केयर सेंटर बनाया जा सकता है.
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अपील का हुआ असर
कई गांव ने कुमार की इस अपील पर काम किया है. जिनमें गाजियाबाद का गांव खेमावती शामिल है. खेमावती के ग्रामीणों ने भी कोविड केयर सेंटर तैयार किया है. जहां पर कुमार विश्वास की टीम की तरफ से कोविड केयर किट पहुंचाई गई है.
किट में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर के अलावा कुछ दवाइयां और व किताब मौजूद हैं, जो एम्स के डॉक्टरों द्वारा प्रिसक्राइब्ड हैं. किताब में बताया गया है कि बीमार होने के दौरान किस तरह से दवाई ले सकते हैं और कैसे खुद की केयर कर सकते हैं. आसान शब्दों में यह किताब चित्रात्मक रूप में है.
गांवों में जागरूकता अभियान जारी
कुमार विश्वास और उनकी टीम आज मोदीनगर के भनेड़ा, सुहाना, खेमावती, कैथावड़ी, फिरोजपुर, नंगला असदपुर, नंगल आदि गांव में जागरूकता मिशन चला रही है. कुमार ने अपील की है कि जो लोग उन से जुड़ना चाहते हैं, वह सोशल मीडिया पर जुड़ सकते हैं. मदद के तौर पर वे लोग भी आगे हाथ बढ़ाते हुए कोविड केयर किट उन के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचा सकते हैं.
प्लाज्मा के लिए कर रहे पहले से काम
हमने आपको बताया था कि कैसे कुमार विश्वास और उनकी टीम सोशल मीडिया के माध्यम से प्लाज्मा डोनर्स को ढूंढ रही है और जरूरतमंदों तक प्लाज़्मा पहुंचाया जा रहा है. इस काम में भी कुमार विश्वास काफी हद तक सफल हुए हैं.
उनकी दूसरी मुहिम ने भी रंग लाना शुरू कर दिया है. क्योंकि कुमार ने खुद कहा की कोरोना से गांव को बचाना जरूरी है और गांव को बचाने की इस मुहिम में वह पूरी तरह से प्रयासरत हैं.