नई दिल्लीः राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण उद्योग इंडस्ट्री और बाजार पूरी तरह बंद है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन इस लॉकडाउन से हमारे पर्यावरण को नया जीवन मिला है. खासतौर पर नदियों का गंदा पानी अब साफ होने लगा है. चाहे बात यमुना की हो या फिर गंगा की, कई सालों बाद इन नदियों का जल स्वच्छ देखने को मिल रहा है.
इसे लेकर अतुल्य गंगा के संस्थापक कर्नल मनोज केश्वर ने बताया कि इस समय लॉकडाउन के कारण जब छात्र घर पर हैं तो यह बेहतर मौका है कि देश का हर एक छात्र हमारी संस्कृति से जुड़ी गंगा नदी के बारे में जाने और यह समझे कि आखिरकार गंगा का महत्व क्यों है? हर कोई गंगा को इतना पवित्र क्यों मानता है?
लॉकडाउन में साफ हुआ गंगा का पानी
वहीं जो गंगा पिछले कई सालों से इतनी प्रदूषित हो चुकी है, जिसका रूप इस लॉकडाउन के चलते बदला है. गंगा में प्रदूषण कम हुआ है यह सच में एक चमत्कार ही है. इसके बारे में हर एक छात्र जाने और यह समझे कि आखिरकार हम अपनी इस गंगा को कैसे साफ कर सकते हैं. इसीलिए अतुल्य गंगा की तरफ से भी कई अभियान चलाए जा रहे हैं और एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है, जिसमें गंगा की वर्तमान स्थिति ऐतिहासिक महत्वता और इसके विस्तार को लेकर सवाल पूछे जाएंगे. जिससे छात्रों को इसके बारे में जानने का अवसर मिलेगा.
इसी कड़ी में दिल्ली के जिंदल पब्लिक स्कूल की तरफ से यह प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. स्कूल के प्रिंसिपल उत्तम सिंह ने कहा कि हम अतुल्य गंगा का समर्थन करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं कि हमें यह अवसर दिया गया है. हम गंगा और भारत की संस्कृति के बारे में अपने छात्रों को बता सके, इसके लिए यह प्रतियोगिता स्कूल में ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएगी.