नई दिल्ली/गाजियाबादः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देश में किए गए लाॅकडाउन के बीच गरीब, बेसहारा, जरूरतमंद लोगों की मदद करने और सरकार, प्रशासन को सहयोग करने के लिए सामाजिक संस्थाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के साथ स्काउट से जुड़े हुए बच्चों ने भी सरकार और प्रशासन को सहयोग करने के साथ-साथ गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद की थी. कोरोना काल में लोगों की मदद करने वाले बच्चों और स्काउट की ट्रेनिंग पूरी करने वाले बच्चों को आज जमीयत उउलेमा-ए-हिंद की तरफ से मुरादनगर के मदरसा दारुल उलूम सादिया में सर्टिफिकेट वितरित किए गए.
ईटीवी भारत को जमीयत उलेमा ए हिंद के गाजियाबाद सदर (जिलाध्यक्ष) मोहम्मद इब्राहिम ने बताया कि मुरादनगर की जमीयत उलेमा-ए-हिंद टीम के द्वारा स्काउट की ट्रेनिंग के लिए बच्चों को जोड़ा गया है और जल्द ही इस में नए बच्चों को जोड़ा जाएगा. जिससे कि वह देश हित में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले सकें.
22 बच्चों ने की स्काउट की ट्रेनिंग
ईटीवी भारत को जमीयत उउलेमा-ए-हिंद के मोदीनगर तहसील के नायाब सदर फुरकान अहमद कासमी ने बताया कि देश में आपातकाल या किसी भी इमरजेंसी के वक्त सेवा करने के लिए लोगों की जरूरत पड़ती रहती है. ऐसे में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भारत स्काउट एंड गाइड के साथ करार किया है. जिसमें उनके साथ मिलकर बच्चों के अंदर देशभक्ति की भावना पैदा की जा रही है.
ऐसे ही दिल्ली में कोरोना से होने वाली मौतों के दाह संस्कार या उनको दफनाने में स्काउट के बच्चों ने मदद की थी. फुरकान अहमद कासमी ने बताया कि जनपद गाजियाबाद में स्काउट में 400 बच्चे हैं और आज मुरादनगर में 22 बच्चों की ट्रेनिंग पूरी हुई है. जिनको सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दी ट्रेनिंग
जमीयत उलेमा ए हिंद के मुरादनगर नगर अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद रिजवान कासमी ने बताया कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के बच्चों को 1 साल पहले से ही स्काउट की ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया था. इस बीच कोरोना महामारी के कारण देश में लाॅकडाउन लग गया था. जिसमें स्काउट से जुड़े हुए बच्चों ने गरीब, मजदूर और बेसहारा लोगों की मदद की है. आज के कार्यक्रम में स्काउट का प्रशिक्षण पूरा कर चुके 22 बच्चों को सर्टिफिकेट दिया गया है.