नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना की वजह से होटल मालिकों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पर्यटन लगभग इस समय ठप हो गया है. सबसे ज्यादा मुश्किल मोबाइल ऐप के जरिए होटल चलाने वाले संचालकों के सामने भी कई समस्याएं खड़ी हो गई हैं.
ऐसे कई होटल गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में हैं, जिनकी बुकिंग मोबाइल ऐप से होती थी. होटल मालिक का कहना है कि होटल बिल्कुल सूने पड़े हैं. होटल मालिक बता रहे हैं कि कर्मचारियों का वेतन तक नहीं निकाल पा रहे हैं. लेकिन उनका कहना है कि बुरे वक्त में कर्मचारियों का साथ भी नहीं छोड़ सकते हैं, इसलिए अच्छे वक्त का इंतजार कर रहे हैं.
कर्ज लेकर शुरू किया कारोबार
कई होटल मालिक इस बात को लेकर परेशान हैं कि उन्होंने जब काम शुरू किया था, तो लोन लिया था. उस लोन की ईएमआई भी चुकानी है लेकिन ईएमआई निकालना तो दूर, खर्चे तक पूरे नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में प्रॉफिट तो फिलहाल भूलना ही पड़ेगा. इन लोगों के साथ समस्या यह है कि अगर जल्द कारोबार वापस सामान्य स्थिति में नहीं आता है, तो होटल बंद करने तक की नौबत आ सकती है.
सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के इंतजाम
होटल मालिक बताते हैं कि जब से दोबारा होटल खोलने की मंजूरी मिली है तब से सैनिटाइजेशन और अन्य सभी इंतजाम पूरी तरह से किए जा चुके हैं. हालांकि, इन इंतजामों को करने में भी अतिरिक्त खर्च आयाम है लेकिन इंतजामों को लेकर किसी तरह का कंप्रोमाइज नहीं कर रहे हैं. पहले हर घंटे जहां मोबाइल ऐप पर बुकिंग हुआ करती थी, अब वह बुकिंग खत्म हो चुकी है. कुछ ऐसे होटल हैं, जिनकी बुकिंग सिर्फ मोबाइल ऐप से ही होती थी. लेकिन, ट्रांसपोर्ट बंद होने से अन्य राज्यों और जिलों से लोग नहीं आ रहे हैं, तो बुकिंग शून्य पर चली जा रही है. क्योंकि आमतौर पर लोग बस या ट्रेन में बैठते ही ऐप से होटल बुक कर लिया करते थे.