नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद की हवा में एक बार फिर प्रदूषण का जहर घुलना शुरू हो गया है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के जहर से गाजियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब अत्यंत श्रेणी (RED Zone) में दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 371 है. हालांकि मौजूदा समय में गाजियाबाद का AQI अत्यंत खराब श्रेणी में है. गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 417 दर्ज किया गया है. लोनी का प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन (DARK Red Zone) में बना हुआ है.
- इंदिरापुरम 357
- वसुंधरा 338
- संजय नगर 372
- लोनी 417
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम, 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआवसाइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.