नई दिल्ली/गाजियाबाद : जिले में प्रदूषण (ghaziabad pollution news) कहर बरपा रहा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण के जहर से गाजियाबाद की सेहत बिगड़ रही है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
गाजियाबाद में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तमाम कवायद की जा रही है, लेकिन प्रदूषण स्तर में कुछ खासा गिरावट देखने को नहीं मिल रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है, जोकि 355 है. गाजियाबाद के लोनी का एयर क्वालिटी 403 दर्ज किया गया है. जो कि डार्क रेड जोन में है.
गाजियाबाद में प्रदूषण स्तर
गाजियाबाद | प्रदूषण स्तर |
इंदिरापुरम | 341 |
वसुंधरा | 343 |
संजय नगर | 332 |
लोनी | 403 |
बता दें, एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे अच्छी श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब, 400-500 को 'गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
देश के सबसे प्रदूषित शहरों पर एक नजर
देश के प्रदूषित शहर | प्रदूषण स्तर |
गाजियाबाद | 335 |
मेरठ | 342 |
मुजफ्फरनगर | 335 |
दिल्ली | 324 |
फरीदाबाद | 332 |
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विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआवसाइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
• दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें
• दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.