नई दिल्ली/ गाजियाबाद : जिले में प्रदूषण (Ghaziabad Pollution Level) कहर बरपा रहा. हवा में घुल रहे प्रदूषण के जहर ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. हवा में घुल रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर रेड जोन (pollution level in red zone) में दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 386 है. हालांकि मौजूदा समय में गाजियाबाद का एकयूआई अत्यंत खराब श्रेणी में बरकरार है. शनिवार को गाजियाबाद का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 386 दर्ज किया गया.
दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण स्तर
दिल्ली-एनसीआर | प्रदूषण स्तर |
गाजियाबाद | 386 |
दिल्ली | 416 |
ग्रेटर नोएडा | 377 |
नोएडा | 405 |
गुरुग्राम | 343 |
फरीदाबाद | 414 |
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 449 दर्ज किया गया है. जोकि डार्क रेड ज़ोन में है.
गाजियाबाद में प्रदूषण स्तर
गाजियाबाद | प्रदूषण स्तर |
इंदिरापुरम | 360 |
वसुन्धरा | 344 |
संजय नगर | 390 |
लोनी | 449 |
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
ये भी पढ़ें : बेहद खराब गाजियाबाद की आबोहवा, पॉश इलाके में सबसे ज्यादा प्रदूषण
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
ये भी पढ़ें: प्रदूषण का हाल : यमुना में चाराें तरफ हिमस्खलन के नजारे !
बरतें सावधानी
• बच्चे, बुजुर्ग और दमा रोगी सुबह और शाम को न टहलें.
• घर से मास्क लगाकर ही बाहर बाजार में जाएं.
० दमे रोगी इन्हेलर का नियमित इस्तेमाल करें.
० दमे के रोगी दवा नियमित समय पर लें.
• शाम को गर्म पानी की भाप लें.
• गले में खराश होने पर गुनगुने पानी से गरारा करें.