नई दिल्ली/गाजियाबाद: 2 दिन पहले गाजियाबाद के गौशाला अंडरपास में हुए जलभराव की वजह से युवक की मौत के बाद अब गाजियाबाद नगर निगम जाग की नींद टूट गई है. नगर निगम ने जलभराव से निजात के लिए अब एक खाका तैयार किया है, जिसमें 2 तरह से काम किया जा रहा है.
गाजियाबाद नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि पहली प्लानिंग के तहत ऐसे प्वाइंट को चिन्हित किया जा रहा है, जहां पर बारिश के बाद थोड़ी देर के लिए जलभराव होता है और वहां से पानी अपने आप निकल जाता है. जबकि दूसरे वे प्वाइंट हैं जहां पर बारिश के कई दिनों बाद तक पानी भरा रहता है. इन दोनों प्वाइंट की लिस्ट सोमवार तक तैयार होने की उम्मीद है. जिसके बाद इन पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
हादसे के बाद नगर निगम की हुई थी किरकिरी
वहीं गौशाला अंडरपास हादसे को लेकर भी 10 टीमें गठित की गई हैं, जो इस मामले में जांच रिपोर्ट सौंपेगी. बता दें कि इससे पहले जलभराव की वजह से ही कुछ दिन पहले सिकंदरपुर में कुछ बच्चे डूब गए थे. जिसमें से दो की मौत हो गई थी. इसके बाद भी नगर निगम की नींद नहीं टूटी थी. लेकिन 2 दिन पहले गोशाला अंडरपास में जब हादसा हुआ तो नगर निगम की काफी किरकिरी हुई.
जिसके बाद बताया जा रहा है कि शासन स्तर से भी अधिकारियों को फटकार लगी. वहीं गाजियाबाद की मेयर आशा शर्मा ने भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए नगर आयुक्त को पत्र लिखा और लापरवाह ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की सिफारिश की. बीजेपी से मेयर आशा शर्मा ने इस बात का इनपुट शासन को भी भेजा. अब ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि ग्राउंड जीरो पर इस प्लान का क्या असर दिखता है.