नई दिल्ली: कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर बीते दो महीने से किसानों का आंदोलन जारी है. गुरुवार शाम गाजियाबाद जिला प्रशासन द्वारा किसानों को गाज़ीपुर आंदोलन स्थल को खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था.
गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन स्थल के आसपास भारी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस, पीएसी और आरएएफ द्वारा फ्लैग मार्च किया गया. जिसके बाद किसानों ने गांवों को वापस लौटने की तैयारी शुरू कर दी. किसानों द्वारा लंगर भी हटाए गए और लंगर का सामान ट्रकों में लाद दिया गया और ट्रक गांवों के लिए रवाना होने लगे, लेकिन शुक्रवार रात 3 बजे गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रक वापस लौटे और लंगर फिर दोबारा से लगना शुरू हो गया है.
डर से लौटे थे घर
किसानों का कहना है कि पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च किए जाने के बाद लगातार घरों से फोन आ रहे थे कि गांवों को वापस लौट आओ. पुलिस के डर से हमने लंगर का सामान ट्रकों में लादकर गांवों की तरफ कूच करना शुरू कर दिया, लेकिन कुछ दूर चलने के बाद ही हम लोग वापस आंदोलन स्थल पर लौट आए हैं और ट्रकों से सामान उतारने के बाद लंगर दोबारा से शुरू किए जा रहे हैं.