नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानून वापस लिये जाने के बाद किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गारंटी कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. एमएसपी पर गारंटी कानून की मांग को लेकर बुधवार सुबह किसान दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने पहुंचे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियाें काे बस में बैठाकर सिंघु बॉर्डर पर छुड़वा (Delhi Police sent farmers to Singhu border) दिया है.
जंतर मंतर पर किसान हाथों में (Demonstration of farmers at Jantar Mantar) पेम्पलेट लिए हुए थे जिनपर लिखा हुआ था, "किसानों की मजबूरी है, एमएसपी जरूरी है". प्रदर्शन में एक महिला भी मौजूद थी, वहीं कुछ बुजुर्ग किसान भी शामिल थे. सभी किसानों हाथों में पेम्पलेट लेकर एमएसपी की मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे थे. जंतर मंतर पर मौजूद दिल्ली पुलिसकर्मियों ने जब यह प्रदर्शन देखा तो तुरन्त हरकत में आई. एक बस मंगवाई फिर सभी प्रदर्शनकरियों को उसमें बिठा कर जंतर मंतर से सिंघु बॉर्डर पर भिजवाया.
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दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया सुबह छह से सात लोग जंतर मंतर पर प्रदर्शन (Demonstration of farmers at Jantar Mantar) करने लगे. पुलिस ने उन्हें सिंघु बॉर्डर पर छुड़वा दिया है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी सौरभ उपाध्याय ने बयान जारी कर कहा है कि "आज जंतर-मंतर पर एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने गाड़ी में बिठाकर सिंघु बॉर्डर की ओर ले गए. क्या लोकतंत्र में धरना/प्रदर्शन करना अपराध है या जंतर मंतर पर किसान नहीं जा सकता है. यह लोकतंत्र पर अलोकतांत्रिक हमला है."
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बता दें कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी और सरकार के साथ सहमति बनने के बाद दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन 15 दिसंबर को समाप्त हो गया था. लेकिन एक बार फिर किसानों ने आंदोलन (farmers movement) खड़ा करने की चेतावनी दी है. 31 जनवरी को किसानों ने किसान मोर्चा के आह्वान पर विश्वासघात दिवस मनाते हुए जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा था.