नई दिल्ली/ गाजियाबाद : गाजीपुर बॉर्डर (farmers on ghazipur border) से गांव को रवाना होते हुए किसान नेता राकेश टिकैत (farmer leader rakesh tikait) ने कहा कि 13 महीने के बाद आज गाजीपुर बॉर्डर से किसान घर वापस लौट रहा है. आज किसान का स्वाभिमान और मान सम्मान लौटा है, जो गरीब नौजवान किसान दबा हुआ था, उसे एक किस्म से बोलने की आजादी मिली है. अपनी भाषा में अपनी बात कहने की आजादी मिली है. किसान आंदोलन के दौरान अनगिनत लोगों का अहम योगदान रहा है.
टिकैत ने कहा किसान आंदोलन में सफाई कर्मचारियों का भी अहम योगदान रहा है. गाजीपुर बॉर्डर (ghazipur border) पर हमारे सो कर उठने से पहले सफाई कर्मचारी साफ-सफाई कर दिया करते थे. किसान आंदोलन के दौरान सेवा करने वाले लोगों का हम धन्यवाद करते हैं. टिकैत ने कहा तीनों कृषि कानून वापस हुए हैं. भारत सरकार से समझौते के आधार पर बातचीत हुई है. समझौते के आधार पर किसान आंदोलन स्थगित हुआ है. न ही आंदोलन खत्म हुआ है और न ही आंदोलन की वापसी हुई है. आंदोलन सिर्फ स्थगित किया गया है. एमएससी पर कानून बनेगा. एमएसपी पर देश में बहस शुरू हो गयी है.
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सोशल मीडिया (Social Media) पर एक पोस्टर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ किसान नेता राकेश टिकैत की तस्वीर मौजूद है. किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई भी राजनीतिक दल बिना हमारी मर्जी के हमारी फोटो अपने पोस्टर में इस्तेमाल न करें. जिन लोगों ने इस तरह के पोस्टर लगाए हैं. उन्हें तुरंत पोस्टर हटाने चाहिए, हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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टिकैत के मुताबिक, वह अपने घर पर सिर्फ 13 घंटे ही रुकेंगे. दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत के आने वाले दिनों में हैदराबाद समेत दक्षिण भारत के राज्यों में विभिन्न कार्यक्रम लगे हुए हैं. ऐसे में टिकैत सिर्फ 13 घण्टे ही सिसौली स्थित अपने घर पर रुकेंगे.