नई दिल्ली/गाजियाबाद: भारत अगले 8 साल में, यानी 2027 तक चीन को पछाड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. ये संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की द वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉसपेक्ट्स 2019 की रिपोर्ट कहती है. ये सच भी हो सकती है अगर भारत का युवा कुछ भड़काऊ भाषणों और लोगों के जाल में आ जाए. ऐसा ही कुछ पेश करती है ये रिपोर्ट...
एक जाने-माने मंदिर के महंत पिछले 17 दिन से 'अनोखे' अनशन पर बैठे हुए थे. अनोखा इसलिए क्योंकि इन बाबा का कहना है कि हिंदू लोगों को अब पांच-पांच बच्चे पैदा करने चाहिए. यहां विकसित देश जनसंख्या कंट्रोल करने पर विचार कर रहे हैं और विकासशील देश के ये महंत अपनी अजीब जिद पर अड़े हुए हैं.
ये है यूएन की रिपोर्ट
यूएन की जिस रिपोर्ट का हम जिक्र कर रहे हैं, उसके मुताबिक भारत में 2019 से 2050 तक 27.30 करोड़ लोग बढ़ जाएंगे. अभी भारत की आबादी 137 करोड़ है. वहीं, चीन की जनसंख्या 143 करोड़ है. चीन में दुनिया की 19 और भारत में 18 फीसदी आबादी रहती है. बच्चा-बच्चा जानता है कि हमारा देश विकासशील है, जिसे ज्यादा जनसंख्या नहीं बल्कि उन्नति और प्रगति की जरूरत है.
36 बिरादरी की महापंचायत
हैरानी की बात है कि आज लोग धर्म के नाम पर ना सिर्फ झूठ परोस रहे हैं, बल्कि युवाओं को भड़काने का काम भी कर रहे हैं. अनशन पर बैठे महंत का कहना है कि हिंदुओं की आबादी घट रही है और इसे ठीक करने के लिए हर हिंदू को 5-5 बच्चे पैदा करने चाहिए. हालांकि आज ये अनशन खत्म हो गया. मंदिर में 36 बिरादरी की महापंचायत हुई, जिसके बाद अनशन तोड़ा गया.
'हिंदू युवा पांच-पांच बच्चे पैदा करे'
मामला गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के डासना देवी मंदिर का है. इस प्राचीन मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती पिछले 17 दिन से अनशन पर बैठे थे. उनका कहना है कि देश में हिंदुओं की आबादी घट रही है और इसलिए वो अनशन पर बैठे थे. उन्होंने अपील की है कि हर हिंदू युवा को अब पांच-पांच बच्चे पैदा करने चाहिए, जिससे आबादी बढ़ाई जा सके. (हालांकि हम यहां आपको जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम भी बता देते हैं- बेरोजगारी, खाने-पीने की समस्या, कुपोषण, गरीबी, मकानों की समस्याएं, कीमतों में वृद्धि, कृषि विकास में बाधा, पूंजी निर्माण में कमी, जनोपयोगी सेवाओं पर अधिक व्यय और अपराध).
उन्हें अनशन से उठाने के लिए अलग-अलग समाज के लोग कोशिश कर रहे थे. आज मंदिर में 36 बिरादरी की महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसके बाद इस अनशन को तोड़ दिया गया.
महंत नरसिंहनंद सरस्वती का कहना है कि वो सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश करेंगे. हालांकि महंत पर सवाल भी उठ रहे हैं. ऐसे में किसी तरह के हालात ना बिगड़ें, जिसे देखते हुए मंदिर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
पहले भी खड़ा कर चुके हैं विवाद
ये महंत पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं. मंदिर में ही दशहरे के दिन हर्ष फायरिंग का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद बाबा के समर्थकों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया था. इसके अलावा कुछ समय पहले मंदिर में एक समुदाय की एंट्री बंद करने को लेकर भी मंदिर पर विवाद खड़ा हुआ था.