नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते रखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने 15 अक्टूबर को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू किया था. ग्रेप के लागू होने के बाद एनसीआर में तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई थी.
निर्माण कार्य पर रोक लगने के कारण इसका सबसे अधिक प्रभाव दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे थे. 5 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी कर सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक तमाम प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक हटा दी है.
मजदूरों की कम नहीं हुई परेशानी
निर्माण कार्य पर रोक हटने के बाद ईटीवी भारत की टीम गाजियाबाद के नासिरपुर फाटक पर स्थित लेबर चौक पहुंची और मजदूरों से बातचीत की. निर्माण कार्यों पर रोक हट गई है लेकिन अभी भी मजदूरों को दिहाड़ी नहीं मिल रही है. कुछ मजदूर लेबर चौक सुबह 7:00 बजे पहुंच गए थे, लेकिन उनको सुबह 10:30 बजे तक भी काम नहीं मिला है.
हालांकि कुछ मजदूरों का कहना था कि निर्माण कार्य पर रोक तो हटा दी गई है, लेकिन आम जनता तक इसका संदेश पहुंचने में समय लगेगा.
दिहाड़ी मजदूरों को राहत की आस
बता दें कि एनसीआर का दिल कहे जाने वाले केवल गाजियाबाद में आसपास के शहरों के लोग भी रोजगार की तलाश में आते हैं. निर्माण कार्य पर रोक लगने के कारण हजारों दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए थे. हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट की ओर से रोक हटा दी गई है. उम्मीद है कि इन मजदूरों को जल्द रोजगार मिलेगा.