नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना काल में हर त्योहार की रौनक फीकी हो गई. इसका असर रक्षाबंधन पर भी पड़ा है. आज शुभ मुहूर्त पर बहनों ने भाइयों को राखी बांधी और उनकी लंबी उम्र की कामना की. इसको लेकर ईटीवी भारत ने जाना आखिरकार कैसे इस साल बहने रक्षा बंधन का त्योहार मना रही हैं.
गाजियाबाद में हमने अंजली से बात की. अंजली का कहना है कि कोरोना की वजह से रक्षाबंधन काफी बदल गया है. बीते सालों में होने वाले रक्षाबंधन पर भाई के साथ घूमने जाया करते थे. लेकिन कोरोना ने इस बार कैद कर दिया है. लेकिन इस रक्षा बंधन ये भी कामना कर रहे हैं कि जल्द सब कुछ ठीक हो जाए. ताकि अगले रक्षाबंधन, हर बार की तरह बाहर जाकर सेलिब्रेट किया जा सके. अंजली का कहना है कि कोरोना के डर से मिठाई भी घर में ही तैयार की गई है.
भाई की सेहत के लिए जरूरी
अंजली ने बताया कि भाई की सेहत को ध्यान में रखते हुए घर में ही मिठाई बनाना ठीक है. बाहर की मिठाई खरीदने से डर रहे थे. क्योंकि बाहर जाना भी ठीक नहीं है, और बाहर बने हुए खाने-पीने के सामान को फिलहाल अवॉइड कर रहे हैं. घर में बनाई हुई मिठाई हाइजीनिक तरीके से तैयार की गई, और भाई के टेस्ट का भी ख्याल रखते हुए मिठाई बनाई गई है.
पैक्ड आइटम गिफ्ट के लिए उचित
भाइयों की बात करें, तो उनकी तरफ से भी बहनों को मीठा और गिफ्ट दिया जाता है. लेकिन बाजार से मिठाई खरीद कर देना भाई भी अवॉइड कर रहे हैं. इसलिए पैकिंग में आने वाले खाने-पीने के सामान को ज्यादा प्रेफर कर रहे हैं. इनमें चॉकलेट और इसी तरह के दूसरे फूड आइटम का आकर्षण कोरोना काल के रक्षाबंधन में बढ़ा है.