ETV Bharat / city

गाजियाबाद: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र गोयल की अनदेखी बनी डॉली शर्मा की हार का कारण! - surender goel

सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल ने कुछ स्थानों पर बीजेपी उम्मीदवार जनरल वीके सिंह को टक्कर तो दी, लेकिन कांग्रेस का तो सूपड़ा ही साफ हो गया. यहां तक की कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा अपने घर यानी साहिबाबाद विधानसभा में भी चारों खाने चित हो गईं.

गाजियाबाद कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा ने की सुरेंद्र गोयल की अनदेखी
author img

By

Published : May 27, 2019, 5:46 PM IST

Updated : May 27, 2019, 10:16 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: मतगणना की शुरुआत होते ही गाजियाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की लहर दिखने लगी थी. लेकिन, दूसरे प्रत्याशियों की यह दुर्गति होगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था.

हालांकि, सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल ने कुछ स्थानों पर बीजेपी उम्मीदवार जनरल वीके सिंह को टक्कर तो दी, लेकिन कांग्रेस का तो सूपड़ा ही साफ हो गया. यहां तक की कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा अपने घर यानी साहिबाबाद विधानसभा में भी चारों खाने चित हो गईं.

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र गोयल की अनदेखी पड़ी भारी
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और गांधी परिवार के करीबी सुरेंद्र गोयल की अनदेखी भारी पड़ गई. आपको बता दें कि गाजियाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार के तौर पर सुरेंद्र गोयल के नाम की चर्चा थी. लेकिन अंतिम समय में टिकट डॉली शर्मा को मिला. इतना ही नहीं पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भी कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा द्वारा सुरेंद्र गोयल की अनदेखी की गई, जिससे उनके समर्थकों में नाराजगी हो गई.

भीड़ को वोट बैंक में बदलने में नाकाम रही कांग्रेस
कांग्रेसी उम्मीदवार डॉली शर्मा की जनसभाओं में भीड़ तो दिखी लेकिन वो उसे वोट में बदलने में नाकाम रहीं. कांग्रेस उम्मीदवार के प्रचार के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने गाजियाबाद में रोड शो और जनसभाएं की थी. इसके बावजूद कांग्रेसी उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा.

गाजियाबाद कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा ने की सुरेंद्र गोयल की अनदेखी

वोट प्रतिशत में आई भारी गिरावट
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां 14.24 फीसदी वोट मिले थे, वहीं इस साल यह गिरकर 7.34 फीसद पर पहुंच गया. इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी को लोकसभा की सभी विधानसभा सीट पर भी भारी नुकसान उठाना पड़ा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: मतगणना की शुरुआत होते ही गाजियाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की लहर दिखने लगी थी. लेकिन, दूसरे प्रत्याशियों की यह दुर्गति होगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था.

हालांकि, सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल ने कुछ स्थानों पर बीजेपी उम्मीदवार जनरल वीके सिंह को टक्कर तो दी, लेकिन कांग्रेस का तो सूपड़ा ही साफ हो गया. यहां तक की कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा अपने घर यानी साहिबाबाद विधानसभा में भी चारों खाने चित हो गईं.

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र गोयल की अनदेखी पड़ी भारी
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और गांधी परिवार के करीबी सुरेंद्र गोयल की अनदेखी भारी पड़ गई. आपको बता दें कि गाजियाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार के तौर पर सुरेंद्र गोयल के नाम की चर्चा थी. लेकिन अंतिम समय में टिकट डॉली शर्मा को मिला. इतना ही नहीं पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भी कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा द्वारा सुरेंद्र गोयल की अनदेखी की गई, जिससे उनके समर्थकों में नाराजगी हो गई.

भीड़ को वोट बैंक में बदलने में नाकाम रही कांग्रेस
कांग्रेसी उम्मीदवार डॉली शर्मा की जनसभाओं में भीड़ तो दिखी लेकिन वो उसे वोट में बदलने में नाकाम रहीं. कांग्रेस उम्मीदवार के प्रचार के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने गाजियाबाद में रोड शो और जनसभाएं की थी. इसके बावजूद कांग्रेसी उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा.

गाजियाबाद कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा ने की सुरेंद्र गोयल की अनदेखी

वोट प्रतिशत में आई भारी गिरावट
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां 14.24 फीसदी वोट मिले थे, वहीं इस साल यह गिरकर 7.34 फीसद पर पहुंच गया. इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी को लोकसभा की सभी विधानसभा सीट पर भी भारी नुकसान उठाना पड़ा.

Intro:गाजियाबाद : गाजियाबाद लोकसभा सीट पर मतगणना की शुरुआत होते ही नरेंद्र मोदी की लहर दिखने लगी थी. लेकिन प्रत्याशियों की यह दुर्गति होगी इसका अंदाज किसी को नहीं था. सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल ने कुछ स्थानों पर बीजेपी उम्मीदवार जनरल वीके सिंह को टक्कर दी. लेकिन कांग्रेस का तो सूपड़ा ही साफ हो गया. यहां तक की कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा अपने घर यानी साहिबाबाद विधानसभा में भी चारों खाने चित हो गई.


Body:वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेंद्र गोयल की अनदेखी पर भारी :
अगर राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो कांग्रेस उम्मीदवार डोली शर्मा को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और गांधी परिवार के करीबी सुरेंद्र गोयल की अनदेखी भारी पड़ गई. आपको बता दें कि गाजियाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेसी उम्मीदवार के तौर पर सुरेंद्र गोयल के नामों की चर्चा थी. लेकिन अंतिम समय में टिकट डॉली शर्मा को मिला. इतना ही नहीं पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भी कांग्रेस उम्मीदवार डोली शर्मा द्वारा सुरेंद्र गोयल की अनदेखी की गई जिससे कहीं ना कहीं सुरेंद्र कोहली के समर्थकों में नाराजगी थी.


जनसभाओं में उमड़ी भीड़ को वोट बैंक में बदलने में नाकाम रही कांग्रेस :
राजनैतिक विश्लेषकों के मुताबिक कांग्रेसी उम्मीदवार डॉली शर्मा जनसभाओं में उमड़ी भीड़ को वोट में बदलने में नाकाम रही जो उनकी हार का प्रमुख कारण बनी. कांग्रेस उम्मीदवार के प्रचार के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने गाजियाबाद में रोड शो और जन सभाएं की थी. और इनमें अच्छी खासी भीड़ भी उमड़ी थी. लेकिन जनसभा में उमड़ी भीड़ वोट में नहीं बदल सकी जिसके कारण कांग्रेसी उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा.


Conclusion: वोट प्रतिशत में आई भारी गिरावट :
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां 14.24 फ़ीसदी वोट मिले थे तुम ही इस वर्ष यह गिरकर 7.34 फीसद पर पहुंच गया. इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी को लोकसभा की सभी विधानसभा सीट पर भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
Last Updated : May 27, 2019, 10:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.