नई दिल्ली/गाजियाबाद: दीवाली से पहले पटाखा विक्रेताओं के साथ सिटी मजिस्ट्रेट ने बैठक की. उन्होंने ग्रीन पटाखे बेचने के लिए निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ग्रीन पटाखे पर्यावरण के अनुकूल हैं.
28 कंपनियों को स्वीकृति प्रदान की गई
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पांडे के निर्देशन में सिटी मजिस्ट्रेट यशवर्धन श्रीवास्तव ने पटाखा विक्रेताओं के साथ बैठक की. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आगामी दीपावली महोत्सव को दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति,पटाखों की सुव्यवस्थित बिक्री, सफाई, खाद सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा की बैठक करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट यशवर्धन श्रीवास्तव ने कहा कि दीपावली पर्व पर आतिशबाजी और पटाखों का अधिक व्यवसाय होता है. पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन ने ग्रीन पटाखे बनाने वाली 28 कंपनियों को स्वीकृति प्रदान की है.
'ग्रीन पटाखे पर्यावरण के लिए अनुकूल'
सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए ग्रीन पटाखों का ही प्रयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि पटाखे बनाने वाली कंपनी द्वारा बनाए गए पैकेट पर कंपनी का क्यूआर कोड होगा. जिस को स्कैन करने पर कंपनी का नाम दिखाई देगा.
उन्होंने सभी विक्रेताओं को निर्देश दिया कि वह ग्रीन पटाखों को ही बेचने के लिए प्रयोग करें. अन्य पटाखे बेचने पर विक्रेताओं को जेल, ब्लैक लिस्ट और उसके संपूर्ण माल को जप्त कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्रीन पटाखे पर्यावरण जनमानस के अनुकूल हैं. इन्हीं का प्रयोग करना सुनिश्चित करें. बैठक में पर्यावरण अधिकारी, थाना अध्यक्ष और विक्रेता उपस्थित रहे.