नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में रहने वाले महंत पंकज त्यागी को तीसरी बार सर तन से जुदा करने की धमकी भरा लेटर मिला है. त्यागी का कहना है कि उन्होंने नूपुर शर्मा को समर्थन दिया था. इसके अलावा कन्हैया लाल की मौत पर भी सवाल उठाया था. कुछ दिन पहले इसी बात को लेकर उन्हें एक चिट्ठी मिली. 18 अगस्त को यह चिट्ठी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने शिकायत दी थी.
चिट्ठी में सर तन से जुदा करने की धमकी दी गई थी. शुरू में लगा कि यह मजाक है. ठीक नौ दिन बाद एक और लेटर मिला, जिसमें फिर से सर तन से जुदा करने की धमकी थी. इसके बाद एफआईआर दर्ज कराई गई, लेकिन साहिबाबाद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
इस मामले में पुलिस ने कोई जांच नहीं की है. उनका कहना है कि सोमवार को एक और लेटर मिला है, जो उर्दू में है. आरोप है कि जब तीसरे लेटर को पुलिस के पास लेकर गए तो पुलिस ने कहा कि बच्चों का काम है.
उनका कहना है लेटर में लिखा है कि 'कब तक बचेगा तू काफिर हमसे, हमारी हर जगह नजर है, हम तुझको काटेंगे जरूर, हम तुझसे ज्यादा दूर नहीं हैं. पंकज त्यागी ने कहा कि सिर्फ मीडिया का सहारा है पुलिस ने कोई हेल्प नहीं की है.
गाजियाबाद में मंगलवार को सुबह एक मामला सामने आया, जिसमें एक डॉक्टर को सिर तन से जुदा करने की धमकी मिली है. इसके अलावा पिछले महीने एक वकील और नंदकिशोर गुर्जर जो लोनी के विधायक हैं, उनको भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.
कुल मिलाकर नेता, वकील और डॉक्टर निशाने पर हैं, लेकिन पुलिस अब तक उस गैंग तक नहीं पहुंच पाई है. जो इस तरह की धमकियां दे रहा है. पुलिस को यह भी नहीं पता कि यह अलग-अलग गैंग का काम है या फिर किसी की शरारत है. लेकिन जिन लोगों को ही धमकियां मिल रही हैं उनके परिवार काफी दहशत में हैं.
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