नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में 11 गांव की 75 महिलाएं इन दिनों डिजाइनर मास्क बनाने में जुटी हुई हैं. मसूरी के इकला गांव में खादी ग्राम उद्योग और एक संस्था की मदद से इन्हें डिजाइनर मास्क बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिससे आने वाले वक्त में ये महिलाएं अपना रोजगार चला पाएंगी. ट्रेनिंग के लिए कुशल कारीगर और डिजाइनर को भी बुलाया गया है.
कोरोना काल में डिजाइनर मास्क की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ी है. वहीं इस ट्रेनिंग को लेने के बाद ये महिलाएं खुद के पैरों पर भी खड़ी हो पाएंगी और अपने परिवार का सहयोग कर पाएंगी. इन महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है, जो आस-पास के गांव में भी प्रेरणा बन रही हैं. इससे साफ है कि सरकार का कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम काफी रंग ला रहा है.
रोजगार की संभावनाएं गांवों में बढ़ी
जब महिलाएं इस तरह से ट्रेनिंग लेकर मास्क बनाने के लिए कुशल हो जाएंगी तो निश्चित तौर पर रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी. कोरोना काल में छाई मंदी को खत्म करने का यह एक अच्छा तरीका है. जिसमें महिलाएं बढ़-चढ़कर भागीदारी ले रही हैं. जिससे सकारात्मकता झलकती है. महिलाओं से जब बात की गई तो उनका कहना है कि गांव में मास्क तैयार करके उन्हें शहरों में सप्लाई किया जाएगा. जिसके लिए संस्था की मदद ली जाएगी. संस्था ने भी वादा किया है कि इस काम में पूरी मदद की जाएगी. प्रशिक्षण केंद्र 15 दिनों के लिए लगाया गया है.
लोगों को उपलब्ध होंगे सस्ते खादी के डिजाइनर मास्क
शहरों में देखा जा रहा है कि लोग डिजाइनर मास्क काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं, लेकिन डिमांड ज्यादा होने की वजह से इनके दाम भी ज्यादा है. मगर पास के ही गांव में तैयार हो रहे मास्क जब शहर हिस्से में आएंगे तो उनकी कीमत पहले के मुकाबले कम होगी. जिससे लोगों को वह आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे. लोग ड्रेस के साथ मैचिंग मास्क पहनना भी पसंद कर रहे हैं. इसलिए डिजाइनर मास्क की बिक्री में आने वाले वक्त में और ज्यादा इजाफा होने के आसार हैं.