नई दिल्ली/गाजियाबादः उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ब्लैक फंगस के बाद अब व्हाइट फंगस संक्रमण के मामले सामने आए हैं. शनिवार को जिले के हर्ष ईएनटी अस्पताल में व्हाइट फंगस संक्रमण के सात मामले दर्ज किए गए. ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर बीपी त्यागी के मुताबिक तीन दिन पहले कई मरीजों का सैंपल वाइट फंगस की जांच के लिए भेजा गया था.
मरीजों की आज रिपोर्ट आई है और रिपोर्ट में 7 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. डॉ. त्यागी ने बताया व्हाइट फंगस ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक है. वाइट फंगस फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है. अस्पताल में ब्लैक फंगस का इलाज करा रहे मरीजों का सैंपल वाइट फंगस के टेस्ट के लिए लैब भेजे गए था, जिसमें से सात सैंपल में व्हाइट फंगस की पुष्टि हुई है.
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व्हाइट फंगस के लक्षणः-
- त्वचा पर छोटा और दर्द रहित गोल फोड़ा जो संक्रमण की चपेट में आने के एक से दो सप्ताह में हो सकता है.
- व्हाइट फंगस फेफड़ों में पहुंच गया तो खांसी, सांस में दिक्कत, सीने में दर्द और बुखार भी हो सकता है.
- संक्रमण जोड़ों तक पहुंच गया तो आर्थराइटिस जैसी तकलीफ महसूस होगी, अचानक चलने फिरने में दिक्कत संभव.
- मस्तिष्क तक पहुंचा तो सोचने, विचारने की क्षमता प्रभावित होगी, सिर में दर्द या अचानक दौरा आने लगेगा.