नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोविड-19 वैश्विक महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया था. जिसे गाजियाबाद जिला प्रशासन ने सख्ती से लागू कराया. इस दौरान गाजियाबाद से होकर विभिन्न जिलों को जाने वाले दिल्ली व अन्य राज्यों के प्रवासी श्रमिक व मजदूरों का जिला प्रशासन द्वारा पूरा ख्याल रखा गया.
लॉकडाउन के दौरान कोई भूखा ना रहे इसका खासा ध्यान रखा गया. जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जनपद में जरूरतमंद लोगों को सुबह-शाम दोनों समय भोजन के पैकेट का वितरण किया जाए.
लॉकडाउन की अवधि के दौरान जिले में कुल 75 सरकारी व गैर सरकारी किचन संचालित रही जिनके द्वारा निराश्रित, प्रवासी मजदूर और क्वारेंटीन में ठहरे लोगों को हर रोज सुबह-शाम दोनों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए. लॉकडाउन अवधि में 75 सरकारी व गैर सरकारी किचनों के माध्यम से 58 लाख से अधिक खाने के पैकेट जरूरतमंद लोगों में बांटे गए.
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे की माने तो उन्होंने लॉकडाउन अवधि के दौरान हर दिन किसी न किसी समुदायिक किचन का औचक निरीक्षण किया और किचन का खाना चखकर भोजन की गुणवत्ता को जिलाधिकारी द्वारा चेक किया जाता रहा. हालांकि लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा जो खाना वितरित किया गया उसमें किसी प्रकार की कोई शिकायत देखने को नहीं मिली.