नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद के मसूरी इलाके में सोमवार को 13 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 16 साल के किशोर को पकड़ा गया. आरोपी किशोर 10वीं का छात्र है, जिसने जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया. आरोपी किशोर ने बताया कि पढ़ाई में मन नहीं लगता था. इसलिए अपने परिवार को कहा था कि पढ़ने के लिए स्कूल न भेजें. मगर जब किशोर के परिवार ने उसे स्कूल भेजना जारी रखा तो उसने गुस्से में अपने ही इलाके में रहने वाले बच्चे की हत्या कर दी. हालांकि, यह बात पीड़ित परिवार के गले से नहीं उतर रही है कि इतनी सी बात पर कोई उनके मासूम की हत्या कैसे कर देगा. पीड़ित परिवार और उनके परिजनों ने मसूरी में इसी गुस्से में जाम लगा दिया.
सोमवार को 13 साल के नीरज नाम के बच्चे की लाश दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे के निचले हिस्से में मिली थी. पुलिस ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि इलाके का रहने वाला 10वीं का छात्र नीरज को अपने साथ ले गया था. उस छात्र को जब पकड़ा तो उसने बताया कि उन्होंने ही नीरज की हत्या कर दी थी. हत्या करने के लिए बीयर की बोतल के कांच का इस्तेमाल किया था. यह भी पता चला था कि आरोपी छात्र ने नीरज का गला भी दबाया था. जिससे उसके मुंह से झाग निकल आया था.
पढ़ाई में मन नहीं लगने के चलते छात्र बना हत्यारा
एएसपी आकाश पटेल का कहना है कि मामले की जांज शुरू की गई है. जो छात्र पकड़ा गया है, वह 10वीं कक्षा में पढ़ता है. उसने बताया कि उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था. उसने अपने परिवार से भी कहा था कि वह पढ़ाई नहीं करना चाहता है, लेकिन परिवार ने उसकी पढ़ाई जारी रखी. इसके चलते उसने अपने ही इलाके के रहने वाले दूसरे बच्चे को अपने साथ ले जाकर उसकी हत्या कर दी थी. जानकारी के मुताबिक किशोर ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे इसके बाद स्कूल नहीं जाना पड़ेगा.
क्राइम से जुड़े वीडियो देखता था आरोपी
पुलिस को पता चला कि आरोपी छात्र को लगता था कि अगर वह कोई क्राइम कर देगा तो उसके बाद वह जेल चला जाएगा. इससे उसे पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी. काफी दिनों से वह इसी बात को सोच रहा था और वह यूट्यूब पर अलग-अलग वीडियो भी देखता था. वीडियो में उसने जेल से जुड़े वीडियो भी देखा था. वह जानना चाहता था कि जेल में जिंदगी किस तरह की होती है. उसे लगता था कि जेल जाने के बाद की जिंदगी ज्यादा अच्छी होगी. क्योंकि वहां पढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी. यही नहीं आरोपी छात्र 10वीं में दो बार फेल भी हो गया था. इनमें से एक बार तो उसने एग्जाम देने जाने की बजाय एग्जाम ही बंक कर दिया था. मगर फिर भी उसका परिवार चाहता था कि वह पढ़ाई करे. लेकिन उसने पढ़ाई करने की बजाय क्राइम करना ही मुनासिब समझा. आरोपी पहले भी नीरज को अलग-अलग जगह घुमाने ले जाता था. लेकिन उस दौरान वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाया था. इससे साफ है कि पूरे योजनाबद्ध तरीके से उसने बच्चे की हत्या की वारदात अंजाम दी थी. पुलिस अब एक्सपर्ट की मदद से उन वीडियो की जानकारी जुटाने में लगी हुई है जो आरोपी ने पिछले कुछ दिनों में देखे थे.
वहीं, पीड़ित बच्चे नीरज के परिवार के गले यह बात नहीं उतर रही है कि कोई छात्र पढ़ाई नहीं करने की वजह से उनके बच्चे की जान ले सकता है. इसलिए आज उन्होंने जाम भी लगा दिया. हालांकि मसूरी पुलिस ने जाम खुलवा लिया है. मसूरी इलाके में यह जाम लगाया गया था. पुलिस का कहना है कि बाकी सभी पहलुओं पर भी जांच पड़ताल की जा रही है.