नई दिल्ली/पलवल: नए कृषि कानूनों के विरोध में केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस-वे के इंटरचेंज पर चल रहा किसानों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा. सुबह हल्की बारिश होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा. किसानों ने स्थिति संभालते हुए पंडाल पर प्लास्टिक लेयर डालकर बारिश से बचाव किया.
बता दें कि, 26 जनवरी को दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद पुलिस प्रशासन ने गत 28 जनवरी को धरना समाप्त करा दिया था, लेकिन पलवल में किसानों ने साहस दिखाते हुए एक फरवरी से दोबारा से धरना शुरू कर दिया. धरना स्थल पर चौथे दिन सुबह बारिश हुई जिससे किसानों को थोड़ी परेशानी का सामना जरूर करना पड़ा.
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हालांकि किसानों ने स्थिति को संभालते हुए बरसात से बचने के इंतजाम शुरू कर दिए. गांव अटोहा निवासी किसान कल्लू व पलवल निवासी इरफान खान का कहना है कि बरसात की स्थिति को देखते हुए पंडाल पर प्लास्टिक लेयर डाली गई है. जिससे बरसात का पानी टेंट के अंदर न जाए.
उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री से लेकर पीने के पानी की व्यवस्था किसानों द्वारा स्वयं की गई है. प्रशासन की तरफ से यहां पर ना तो कोई मोबाइल टॉयलेट का प्रबंध है और ना ही बिजली की कोई व्यवस्था की गई है. किसानों ने स्वंय जरनेटर का प्रबंध किया हुआ है.
किसानों का कहना है कि सरकार अपने हठ पर अड़ी है तो हम भी पीछे हटने वाले नहीं हैं. जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होते और एमएसपी पर कानून नहीं बनता तब तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा, चाहे कितना भी समय क्यों ना लग जाए, जब तक बिल वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं.