नई दिल्ली/फरीदाबादः अपनी मांगों को लेकर रविवार को सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने जगदीश चंद्र बसु यूनिवर्सिटी के सामने प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे.
प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सफाई कर्मचारियों ने कहा कि वो पिछले 6 साल से ठेके पर काम कर रहे हैं, लेकिन अब उन्हें यहां से निकालने की धमकी दी जा रही है. सफाई कर्मचारी मोनू ने बताया कि पहले वो डीसी रेट पर काम करते थे लेकिन बनी किसी चिट्ठी या सरकारी कागज के उनका डीसी रेट हटा दिया गया. इसके बाद सफाई ठेकेदारों ने पुराने कर्मचारियों को हटाने की बात कह डाली.
बड़े आंदोलन की चेतावनी
सफाई कर्मचारी मोनू ने बताया कि सफाई ठेकेदारों ने उन्हें आश्वासन भी दिया की भले ही डीसी रेट हटा दिया गया हो लेकिन किसी भी कर्मचारी को निकाला नहीं जाएगा. जिसके ठीक दूसरे दिन बाद सभी 41 सफाई कर्मचारियों को निकाल दिया गया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो प्रशासन को अपना फरमान वापस लेना होगा नहीं तो हम बड़े आंदोलन की ओर जाएंगे.
परिवार का पालन पोषण मुश्किल
वहीं महिला सफाई कर्मचारी का कहना है कि वो घर में अकेली है और उसके पीछे दो बेटियां हैं. ऐसे में वे अपनी बेटियों के साथ कहां जाए. उनकी मांग है कि उन्हें नौकरी पर रखा जाए ताकि वो अपने परिवार का गुजारा कर सके.
उन्होंने सफाई ठेकेदारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 6 साल से डीसी रेट पर यहां पर सफाई कर्मचारी और अन्य कई पदों पर कर्मचारी कार्य कर रहे थे. सभी कर्मचारियों को मिनिमम वेज पर रखने का वादा किया गया था, लेकिन अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है.