नई दिल्ली/पलवल: यूपी के मीरपुर से बीजेपी विधायक व फरीदाबाद लोकसभा के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना रविवार को पलवल में प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि विधानसभा और लोकसभा के सदस्यों को किसानों के हक में आवाज उठाना चाहिए. जब किसान मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा. यदि किसान कमजोर पड़ गया तो देश भी कमजोर पड़ जाएगा.
गौरतलब है कि अवतार सिंह भड़ाना किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए पार्टी पद और विधानसभा सभा सदस्य पद से भी इस्तीफा दे चुके हैं. किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए अवतार सिंह भड़ाना प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर प्रेसवार्ता कर लोगों को किसानों के समर्थन में आने की अपील कर रहे हैं.
किसानों के लिए दिया है बीजेपी से इस्तीफा: अवतार सिंह
पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिये कई महीनों से किसान, महीलाएं और बच्चे सड़कों पर हैं. कड़कड़ाती ठंड में किसान परेशान हैं. उनसे उनका दुख नहीं देखा गया. देशहित और किसानहित में उन्होने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. अब वो यूपी की विधानसभा में नहीं जायेंगे. इस्तीफा स्वीकार करना विधानसभा अध्यक्ष का काम है और वो पूरी तरह से किसानों के साथ हैं. किसान बचेगा तो देश बचेगा.
किसानों के साथ सरकार को न्याय करना चाहिए: अवतार सिंह भड़ाना
उन्होंने कहा कि आज हमारे विधानसभा व लोकसभा के प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बनती है कि वो किसानों की आवाज को उठाने का काम करें. क्योंकी किसान आज पीड़ा में हैं और राष्ट्र से बड़ा कोई नहीं है. किसान सड़कों पर परेशान हैं. तो किसानों के बेटा-बेटी जो पुलिस व सेना में ड्यूटी दे रहे हैं. वो अपने कर्तव्य को कैसे निभा पायेंगे. देश की जनता और किसानों ने ये सरकारें बनाई हैं और अब किसान सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं. सरकार को किसानों के साथ न्याय करना चाहिेए.
सर छोटू राम ने बताया था किसानों को सफल होने का रास्ता: भड़ाना
वहीं उन्होने सर छोटूराम के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि जब किसान जातियों -बिरादरियों में बंटेगा, तो कामयाब कैसे होगा. किसानों का भी राज आ सकता है. चौधरी देवीलाल ने हरियाणा में सरकार बनाई और देश की राजनीति को बदलकर दिखाया था. आज किसान-मजदूर एक साथ खड़ा है.
एसवाईएल पर सभी दलों ने की है राजनीति: भड़ाना
वहीं एसवाईएल पर बोलते हुए भड़ाना ने कहा कि अब तक प्रदेश में एसवाईएल पर सभी ने राजनीति की है. आज पंजाब और हरियाणा का किसान एक साथ खड़ा है. अब ये लोग बंटने वाले नहीं हैं और हम भी किसानों के साथ हैं. दूसरों प्रदेश के किसान भी धरना स्थलों पर पहुंच रहे हैं. न्याय की इस लड़ाई में वो किसानों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर साथ चलने के लिये तैयार हैं. क्योंकी एक मजबूत किसान से मजबूत राष्ट्र बनता है.